Top-up home loans : अगर ग्राहक बिना कोई किश्त मिस किये 12 महीने तक होम लोन का पुनर्भुगतान कर देता है, तो वह होम लोन टॉप-अप लेने के योग्य हो जाता है।
भारत में लग्जरी और प्रीमियम घरों की मांग में पिछले पांच वर्षों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। 2019 की पहली तिमाही में बिकने वाली घरों में लग्जरी होम की संख्या 7 प्रतिशत थी, जो कि 2024 की पहली तिमाही में बढ़कर 21 प्रतिशत हो चुकी है।
पहली तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में कुल 15,645 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 6,060 यूनिट्स या 39 प्रतिशत घर लग्जरी थे और इनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपए से अधिक थी।
ज्वाइंट होम लोन लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हां, इसके लिए अप्लाई करने से पहले की बातों पर गौर करना जरूरी है। होम लोन का समय पर पुनर्भुगतान सभी सह-आवेदकों की सामूहिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।
वित्त वर्ष 2020-21 से पहली कैटेगरी के शहरों में 50-100 प्रतिशत के बीच मूल्य वृद्धि देखी गई है। बड़े घरों की मांग वास्तव में आसमान छू रही है। आवासीय रियल एस्टेट की मांग मजबूत बनी हुई है।
होम लोन लंबी अवधि के लिए लिया जाता है। आमतौर पर अधिकांश लोग होम लोन 20 से 25 साल के लिए लेते हैं। इसलिए ब्याज दर की तुलना जरूर करें। जो बैंक कम ब्याज पर लोन दें, उसी से लोन लें।
बैंक की वेबसाइट के अनुसार, आप तैयार प्रॉपर्टी की खरीद, अंडर कंस्ट्रक्शन, रीसेल, प्लॉट पर घर निर्माण, मरम्मत, नवीनीकरण आदि के लिए ले सकते हैं।
प्रीपेमेंट का मतलब है कि लोन धारक पूरा या बाकी लोन अवधि समाप्त होने से पहले ही जमा कर देता है। इससे बैंक को ब्याज दर का नुकसान होता है, इसलिए कुछ हद तक इस नुकसान की भरपाई के लिए बैंक पेनल्टी लगाते हैं।
मार्च में ओवरऑल महंगाई घटकर 4.85 प्रतिशत पर आ गई जबकि कोर मुद्रास्फीति घटकर 3.3 प्रतिशत पर रही।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 अप्रैल की अपनी नीति समीक्षा में लगातार सातवीं बार ब्याज दरों को स्थिर रखा। इसके चलते अधिकांश बैंक ने होम लोन पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
होम लोन लेना आसान होता है लेकिन चुकान मुश्किल क्योंकि यह लंबी अवधि का लोन होता है। इस पर ब्याज और ईएमआई का बोझ काफी अधिक होता है। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखकर आसानी से होम लोन को समय से पहले चुकाया जा सकता है।
रेपो रेट पर निर्णय करने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। तीन दिन तक चले इस बैठक के बाद आज केंद्रीय बैंक रेपो रेट पर अपना फैसला सुनाएगी।
प्रॉपर्टी को शॉर्टलिस्ट करने के बाद, वेबसाइटों पर दिए गए विवरण को जांच करने के बाद उस प्रोजेक्ट और फ्लैट को खुद से जाकर देखें। आस-पास के इंफ्रास्ट्रक्चर और रेलवे या मेट्रो स्टेशन से कनेक्टिविटी को समझने के लिए, प्रोजेक्ट पर जाना बहुत जरूरी होता है।
नौ शहर मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, दिल्ली-एनसीआर (दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद), बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई और कोलकाता हैं।
शीर्ष सात शहरों में औसत आवासीय संपत्ति की कीमतों में 2024 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 10 से 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
Home loan charges : होम लोन लेते समय कई सारे चार्जेज लगते हैं। इनमें एप्लिकेशन फीस, लीगल फीस, मॉर्गिज डीड फीस, कमिटमेंट फीस और प्रीपेमेंट पेनाल्टी जैसे चार्जेज शामिल हैं।
Home Loan को आप आसानी से जल्दी चुका सकते हैं। हम इस आर्टिकल में होम लोन जल्दी भुगतान के चार असरदार तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।
Home Loan Tips : होम लोन लेने से पहले आप कम से कम 3 महीने तक लोन ईएमआई चुकाने की प्रैक्टिस कर लें। इससे आपको पता लग जाएगा कि दूसरे खर्चों के साथ आप अपनी होम लोन ईएमआई चुकाने में कितने समर्थ हैं।
Bank of India की ओर से होम लोन की ब्याज दरों में 0.15 प्रतिशत की कटौती की गई है। इसके साथ प्रोसेसिंग फीस पर भी छूट दी जा रही है। हालांकि, ये ऑफर सीमित समय के लिए हैं।
उत्तर प्रदेश रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के मुताबिक नई पहल होम बायर्स के सशक्तीकरण और इस सेक्टर में पारदर्शिता लाने के लिए की गई है।
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