धनतेरस और दिवाली में अब कुछ ही दिन बचे हैं। सालभर में सबसे ज्यादा गाड़ी और घर की बिक्री इस दौरान होती है। ऐसे में अगर आप कार या घर खदीने जा रहे हैं तो लोन की रकम पर बड़ी बचत कर सकते हैं। देश के कई बैंक फेस्टिव ऑफर लेकर आएं हैं।
Loan Rate Hike: आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एमसीएलआर में इजाफा कर दिया गया है। एमसीएलआर सीधे तौर पर लोन की ब्याज दरों से जुड़ा होता है और इसमें बदलाव का सीधा असर आपकी ईएमआई पर पड़ता है।
फेस्टिवल में घर का सपना पूरा करने का आपके पास अच्छा मौका है। कई बैंक होम लोन पर आकर्षक ऑफर की पेशकश कर रहे हैं। अच्छे सिबिल स्कोर पर सस्ती ब्याज दर पर होम लोन मिलता है और इंस्टैंट अप्रूवल भी मिल जाता है।
फेस्टिवल सीजन के दौरान स्टांप शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क पर छूट (Exemption in stamp duty and registration Fee) की पेशकश भी कई राज्य सरकारें करती हैं। इसका भी फायदा आप उठा सकते हैं।
होम और कार लोन की बढ़ी ईएमआई से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आरबीआई गवर्नर ने इसकी जानकारी दी है। ऐसे में जो लोग बढ़ी ईएमआई से परेशान हैं, उनको और इंतजार करना पड़ सकता है।
Home loan repayment tips: आप आसानी से होम लोन का रीपेमेंट कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको वित्तीय अनुशासन के साथ प्लानिंग की आवश्कता होती है। जिसके बारे में हम अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
किसी भी तरह के लोन में आज के समय में सिबिल स्कोर सबसे अहम फैक्टर है। सिबिल स्कोर एक लोन लेने वाले की क्रेडिट हिस्ट्री का तीन अंकों का संख्यात्मक समरी है।
बैंकों ने पिछले महीने की एक मीटिंग के बाद भारतीय रिजर्व बैंक से होम लोन में स्टाम्प ड्यूटी (stamp duty) को भी कवर करने की अपील की है। मौजूदा समय में होम लोन में इस तरह के खर्च कवर नहीं होते हैं।
जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में अधिकांश होम बायर्स अपने होम लोन पर 9% की दर से ब्याज चुका रहा है।
उआरबीआई ने पिछले साल फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से मुद्रास्फीति में आई तेजी के बीच ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर इसे 6.50 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है।
अगर आपने लोन लिया है और आप किसी भी कारण से ड्यू डेट पर किस्त चुकाने से चूक गए हैं तो यह आपके लिए बहुत भारी पड़ता है, लेकिन अब रिजर्व बैंक ने आपका राहत दी है।
कुल कर्ज में NBFC की हिस्सेदारी इस साल जून महीने में बढ़कर 9.9% हो गयी जबकि साल भर पहले यह 8.5 % थी
RBI ने बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी नीति बैठक में अपनी प्रमुख ब्याज दर रेपो को अपरिवर्तित रखा
रिजर्व बैंक जल्द ही व्यवस्था करने जा रहा है, जिसके तहत कर्ज लेते समय बैंक ग्राहकों को फिक्स और फ्लोटिंग ब्याज दरों का विकल्प दे सकते हैं। इससे बार बार ईएमआई बढ़ने से राहत मिलेगी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित भारत की खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर तीन महीने के उच्चतम स्तर 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई।
MCLR की बढ़ोत्तरी का सीधा असर सभी तरह के लोन (Bank Loan) पर पड़ेगा। ऐसे में यदि आपने कार लोन लिया हो।
प्री-अप्रूव्ड लोन के लिए क्रेडिट हिस्ट्री सही होना चाहिए। डिफॉल्टर या समय पर EMI नहीं देने वाले लोग इसके पात्र नहीं है। जानिए प्री-अप्रूव्ड लोन लेने की प्रक्रिया और इसकी खासियत।
हर दो महीने में होने वाली रिजर्व बैंक की बैठक के बाद बैंक धड़ाधड़ ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं।आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय, जिनसे आप बिना EMI की बढ़ोत्तरी से डरे बिना आसानी से कर्ज चुका सकते हैं
एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार एमसीएलआर दर में ताजा बदलाव 15 जुलाई से प्रभावी होंगे।
जानकारों का कहना है कि किसी भी बैंक से होम लोन लेने से पहले मोलतोल करना बिल्कुल न भूलें। अगर आपका सिबिल स्कोर बेहतर है तो बैंक आपको सस्ता होम लोन दे सकता है।
लेटेस्ट न्यूज़