होम लोन की ब्याज दरें आपके क्रेडिट स्कोर पर काफी निर्भर करती हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको कम ब्याज दर भी लोन मिल सकता है और अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलेगा।
प्रीपेमेंट का मतलब है कि लोन धारक पूरा या बाकी लोन अवधि समाप्त होने से पहले ही जमा कर देता है। इससे बैंक को ब्याज दर का नुकसान होता है, इसलिए कुछ हद तक इस नुकसान की भरपाई के लिए बैंक पेनल्टी लगाते हैं।
Home Loan के लिए आवेदन करने से पहले आपको कुछ बातों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए, जिससे कि लोन की अवधि के दौरान आपको परेशानियों का सामना न उठाना पड़े।
Home Loan सबसे कम ब्याज दर वाला लोन होता है। इस पर कई तरह के फायदे सरकार की ओर से दिए जाते हैं। ऐसे में अगर आप इसे चुका देते हैं तो आपको वे सभी फायदे नहीं मिलेंगे। आइए जानते हैं...
Home loan repayment tips: आप आसानी से होम लोन का रीपेमेंट कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको वित्तीय अनुशासन के साथ प्लानिंग की आवश्कता होती है। जिसके बारे में हम अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
आपके पास होम लोन और म्यूचुअल फंड एसआईपी है। इस स्थिति में आपको किसे बढ़ाना चाहिए? आपके होम लोन पर ईएमआई या एसआईपी राशि? आइए जानते हैं।
अगर आप भी त्योहार के मौके पर होम लोन की मदद से अपना घर खरीदना चाहते हैं तो आपको इन 11 तरह के चार्जेज के बारे में जान लेना चाहिए.
भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सपनों का घर खरीदने वालों के लिए बेहद अच्छे ऑफर की पेशकश की है। अगर आप भी घर खरीदने की इच्छा रखते है तो इस ऑफर का लाभ उठा सकते है।
मध्यम वर्ग को मोदी सरकार का तोहफा, घर खरीदने पर ब्याज पर टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई
यदि आप भी नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो और देर न करें। अपने पैसे का ठीक प्रकार से नियोजन कीजिए, जिससे आप अपनी आय पर अतिरिक्त बोझ डाले बिना आसानी से ईएमआई का भुगतान कर सकें।
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि दूसरे मकान की खरीद पर सरकारी छूट देने की कोई तुक नहीं है।
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