टेमासेक होल्डिंग्स के हिस्सेदारी अधिग्रहण का सौदा संपन्न होने पर भारतीय चिकित्सा जगत का सबसे बड़ा सौदा साबित होगा। पिछले साल मैक्स हेल्थकेयर में 27 प्रतिशत हिस्सेदारी को केकेआर ने खुले बाजार में करीब 9,100 करोड़ रुपये में बेचा था।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय अधिकतर लोग नियम और शर्तें पढ़ना भूल जाते हैं। अगर आप भी अपने परिवार में किसी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वाले हैं तो इसमें सब लिमिट को चेक करना ना भूलें। यहां जानिए हेल्थ इंश्योरेंस में सब लिमिट क्या होता है और इसे चेक करना क्यों है जरूरी।
Health News: भारत सरकार ने हाल ही में एक ऐसा विधेयक पारित किया है, जिसने देश के आम नागरिकों की हेल्थ बजट को हिलाकर रख दिया है। केंद्र सरकार ने हेल्थ से रिलेटेड कुछ जरूरी प्रोडक्ट पर शुल्क बढ़ा दिया है। आइए पूरी खबर जानते हैं।
Health Industry News: देश में करीब चार महीने बाद संक्रमण के इतने अधिक मामले एक साथ देखने को इस महीने मिले हैं। इससे निपटने के लिए सरकार से लेकर प्राइवेट संस्थान अपने-अपने स्तर पर कोशिश करने में लगे हुए हैं।
अगर पॉलिसी होल्डर के पास एक से ज्यादा पॉलिसी हैं तो सभी इंश्योरर पॉलिसी के तहत क्लेम को समान रूप से साझा कर सकते हैं।
मेडीक्लेम पॉलिसी हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है, वही अगर हम इसके रिन्युअल के समय कुछ बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो बाद में हमें बड़ा पछतावा होता है। आज हम आपको ऐसी बातें बताने वाले हैं, जिनका ध्यान आपको मेडीक्लेम पॉलिसी का रिन्युअल कराते समय रखना है, जिससे बाद में आपको पछतावा न हो।
पहले से हेल्थ इंश्योरेंस होने के बावजूद भी कुछ बीमारियां ऐसी है जिसके लिए अलग से पैसे देने होते हैं। इस से बचने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस में अलग से क्रिटिकल इलनेस प्लान जोड़ते हैं। इसमें कई तरह की गंभीर बीमारियां कवर हो जाती को क्रिटिक हो। इनमें किडनी और स्ट्रोक की तरह लगभग 50 बीमारी शामिल हैं।
Health Budget 2023: इस बजट में सरकार ने देश की आम जनता के हेल्थ का खास ध्यान रखा है। यही कारण है कि इस बार का बजट 2022-23 में आवंटित की गई 79,145 करोड़ रुपये की राशि की तुलना में लगभग 13 प्रतिशत अधिक है।
Health Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्र निर्मला सीतारमण आज अपना अंतिम पूर्ण बजट पेश कर रही हैं। हेल्थ केयर इंडस्ट्री के लिए यह बेहद खास है। यही कारण है कि सरकार ने इस बार पिछले साल की तुलना में अधिक फंड आवंटित किए हैं।
Education Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपना अंतिम पूर्ण बजट पेश कर रही हैं। इस बजट के साथ वह देश की पहली ऐसी महिला हो गई हैं, जिसने देश का आम बजट 5 बार पेश किया हो।
इस बार का बजट कई मायनों में ख़ास होने वाला है। सरकार का ध्यान हेल्थ पर अधिक रहेगा, क्योंकि अभी भी कोरोनावायरस के अलग-अलग वेरिएंट मिलते रहते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि पिछला 5 साल हेल्थ बजट के लिहाज़ से कैसा रहा है?
देश का आम बजट जल्द ही आने वाला है, वहीं इस आम बजट से सब लोग उम्मीदें लगाये बैठे हैं। शिक्षा क्षेत्र भी बड़ी उम्मीद के साथ बजट की ओर देख रहा है, वहीं आज हम आपको पिछले 4 वर्षों के एजुकेशन बजट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
स्वास्थ्य बीमा को उन पहली पॉलिसी की लिस्ट आता है, जिसे एक कमाई करने वाले व्यक्ति को निवेश यात्रा शुरू करने से पहले ही खरीदना चाहिए। जीवन अनिश्चित है और अचानक स्वास्थ्य संकट आर्थिक और भावनात्मक दोनों रूप से व्यक्ति को कमजोर कर देता है।
कोरोना की महामारी के चलते देश के हेल्थ सिस्टम पर पड़े दबाव ने हेल्थकेयर इंडस्ट्री की कमजोरी को उजागर किया है। ऐसे में हेल्थकेयर सेक्टर के लिए साल 2023-24 का बजट बहुत खास माना जा रहा है।
बजट से पहले फार्मा उद्योग ने वित्त मंत्री के सामने अपनी मांगे रख दी हैं। इसमें उद्योग ने सरकार से रिसर्च पर व्यय बढ़ाने से लेकर छोटे शहरों और गांवों में डॉक्टरों और हेल्थ स्टाफ की उपलब्धता बढ़ाने की मांग की है।
कंपनी की योजना 10 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश करने की है और अगले तीन वर्षों में 200 प्रत्यक्ष नौकरियां दी जाएंगी। आकाश हेल्थकेयर विदेश में पूरी तरह से प्रबंधित अस्पताल खोलने वाला पहला भारतीय अस्पताल बन गया है।
Medical Insurance: किसी भी व्यक्ति का जीवन तब खुशहाल होता है जब उसके पास हेल्थ और वेल्थ दोनों होते हैं। आमतौर पर 25 वर्ष या उससे एक-दो साल आगे-पीछे लोग नौकरी करना शुरु कर देते हैं, लेकिन कई बार वो मेडिकल एंश्योरेंस नहीं खरीद पाते हैं। चलिए 35 वर्ष की आयु से पहले Medical Insurance खरीदने के पांच बड़े फायदे जानते हैं।
मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक, आईपीओ का आकार करीब 2,200 करोड़ रुपये होगा। आईपीओ में 500 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी किये जायेंगे।
अगर आप किसी प्राइवेट कंपनी (Private Company) में काम करते हैं तो आपको कंपनी के तरफ से हो सकता है Health Insurance मिला हो। हालांकि ये जरूरी नहीं होता है।
Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम आपकी उम्र, परिवार के इतिहास, जॉब में रिस्क, बीमारी आदि को देखते हुए तय किया जाता है।
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