खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि चांदी की हॉलमार्किंग के लिए उपभोक्ताओं की मांग है। मौजूदा हॉलमार्किंग प्रणाली में एक यूनीक छह अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड शामिल है, जो सोने की शुद्धता को प्रमाणित करता है।
सरकार की योजना, देश के प्रत्येक जिले में हॉलमार्किंग केंद्र स्थापित करने की है।
बीआईएस ने सोने की हॉलमार्किंग के भारतीय मानकों में संशोधन किया है। ये इस साल एक जनवरी से लागू हो गए हैं। अब ज्वैलरी पहले से चार गुना सुरक्षित होंगे।
बीआईएस ने ज्वैलर्स को बड़ा झटका दिया है। अब ज्वैलर्स आपको 22 कैरेट के नाम पर 18 ये 14 कैरेट सोने की ज्वैलरी नहीं बेच जाएगा। हॉलमार्क जरूरी हो गया है।
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