डिफेंस कंपनी ने बताया कि इस दौरान उनके रेवेन्यू में भी इजाफा देखने को मिला है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का रेवेन्यू 6 प्रतिशत बढ़कर 5976 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 5636 करोड़ रुपये रहा था।
हल्दीराम स्नैक्स फूड प्राइवेट लिमिटेड (HSFPL) में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने के लिए एक गैर-बाध्यकारी बोली पेश की गई है।
बजट बनने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद और बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी मनाई जाती है। हलवा सेरेमनी बजट के दस्तावेजीकरण के बाद मनाई जाती है। यह सेरेमनी बजट प्रेस में मनाई जाती है। बजट प्रेस नॉर्थ ब्लॉक में नीचे बेसमेंट में है।
त्योहारों में सोना खरीदने जा रहे हैं। क्या आपको पता है कि आप सोने की शुद्धता कैसे आप मोबाइल ऐप से जांच सकते हैं। अगर नहीं तो अब देर नहीं करें। हम आपको सोने की शुद्धता जांचने के तरीके बता रहे हैं।
तीसरा फेज 16 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के जिलों में लागू हुआ है। सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कीमती धातु की शुद्धता के प्रमाण के तौर पर हॉलमार्किंग 16 जून, 2021 तक स्वैच्छिक रूप से लागू थी।
हल्दीराम की शुरुआत 1937 में स्थापित एक छोटी सी दुकान से हुई है और यह अपने कुरकुरे, भुजिया, स्नैक के लिए प्रसिद्ध है।
बीआईएस के अनुसार, जिन उपभोक्ताओं के पास बिना हॉलमार्क वाले सोने के आभूषण हैं, उन्हें इसे बेचने या नए गहने के साथ एक्सचेंज करने से पहले इसे अनिवार्य रूप से हॉलमार्क करवाना होगा।
सोने की बिक्री से जुड़े नियमों में सरकार की ओर से महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं, जिसे 1 अप्रैल, 2023 से लागू किया जाएगा। आइये जानते हैं इसके बारे में
अदाणी समूह ने कहा है कि यह टर्मिनल, भारत के पूर्वी तट पर विश्वस्तरीय बंदरगाहों और टर्मिनलों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एक अप्रैल, 2022 से 31 जुलाई 2022 तक 3.7 करोड़ गहनों की हॉलमार्किंग की गई।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार देश के 256 जिलों में सोने के आभूषणों की अनिवार्य हॉलमार्किंग लागू हो चुकी है और सभी जिलों तक इसका विस्तार करने की तैयारी है।
हॉलमार्किंग गोल्ड ज्वेलरी पर तीन निशान होंगे, जिसमें बीआईएस मार्क, शुद्धता कैरेट में और गोल्ड के लिए फाइननेस (उदाहरण 22के916, 18के750, 14के585) और छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक एचयूआईडी कोड होगा।
एचएएल ने बोइंग के बी757 ओवर-विंग एग्जिट डोर, 777 अप-लॉक बॉक्स, एफ/ए-18 वायर हार्नेस और एफ/ए-18 गन बे डोर के लिए विभिन्न एयरो-स्ट्रक्चर की आपूर्ति की है।
स्वर्ण आभूषणों की 16 जून से चरणबद्ध तरीके से हॉलमार्किंग करना अनिवार्य किया गया है। सरकार ने पहले चरण के कार्यान्वयन के लिए 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों की पहचान की है।
1 जुलाई, 2021 से 20 अगस्त तक हॉलमार्क के लिए प्राप्त एवं हॉलमार्क अंकित किए गए आभूषणों की संख्या क्रमशः एक करोड़ सत्रह लाख और एक करोड़ दो लाख हो गयी है।
ऐसा अनुमान है कि भारत में हर साल 10.12 करोड़ गोल्ड ज्वेलरी पीस बनाए जाते हैं। इसके अलावा 6-7 करोड़ पीस का मौजूदा स्टॉक भी हॉलमार्किंग के लिए बचा है।
स्वर्ण आभूषणों पर हॉलमार्किंग कीमती धातु की शुद्धता का प्रमाणन है। यह अब तक स्वैच्छिक था। पहले चरण के क्रियान्वयन के लिए 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों की पहचान की है।
सोने के गहनों और कलाकृतियों की अनिवार्य हॉलमार्किंग 16 जून से चरणबद्ध तरीके से लागू की गयी है। पहले चरण में 256 जिलों को इसके दायरे में लिया जाएगा।
उद्योग संगठन ने इस बारे में उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर कहा है कि बीआईएस ने अपनी वेबसाइट पर जो एफएक्यू जारी किया है, उसमें काफी पेंच है और अस्पष्टता है।
जीजेसी ने सभी आभूषण विक्रेताओं से खुद को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के साथ पंजीकृत कराने का आग्रह किया है।
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