2000 करोड़ रुपये की रकम में करीब 1,600 करोड़ रुपये टर्मिनल भवन में निवेश किए जा रहे हैं, जबकि शेष राशि का इस्तेमाल एक नया ‘टैक्सीवे’ बनाने और ‘रनवे’ का विस्तार करने में किया जाएगा।
1 जून से पटना, चेन्नई, जयपुर, गुवाहाटी, लखनऊ, त्रिवेंद्रम के एयरपोर्ट पर घरेलू यात्रियों के हैंड बैग पर टैग लगाने और मुहर लगाने का चलन समाप्त हो गया।
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