इस साल नवंबर महीने में जीएसटी राजस्व पिछले साल इसी महीने के मुकाबले 11 प्रतिशत अधिक रहा। पिछले साल नवंबर महीने में यह 1,31,526 करोड़ रुपये था।
GST: जीएसटी में एक बार फिर बड़े बदलाव की तैयारी सरकार कर रही है। अगली बैठक में इसका ऐलान होगा। इससे आम जनता पर कितना असर पड़ेगा? आइए जानते हैं।
ऑनलाइन खेलों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने का पेचीदा मुद्दा पिछले एक साल से अधिक समय से विवाद का विषय बना हुआ है।
अक्टूबर 2022 में सकल GST संग्रह 1,51,718 करोड़ रुपये था। इसमें CGST 26,039 करोड़ रुपये, SGST 33,396 करोड़ रुपये और IGST की हिस्सेदारी 81,778 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 37,297 करोड़ रुपये सहित) है।
November Month Big Changes: 1 नवंबर से इन सरकारी योजनाओं के नियमों में बदलाव होने जा रहा है। कहीं KYC को किसी जगह पर ओटीपी अनिवार्य कर दिया जाएगा। आइए जानते हैं अगले महीने होने वाले 5 बड़े बदलाव के बारे में, जो आपके जीवन पर असर डालेंगे।
पराठा बनाने में मालाबार, मिश्रित सब्जी, प्याज, मेथी, आलू, लच्छा, मूली, गेहूं के आटे के अलावा नमक, तेल, आलू, मटर, फूलगोभी, धनिया पाउडर, ब्रेड इम्प्रूवर और पानी जैसे तत्व शामिल होते हैं, जो इसे सादी रोटी से ‘अलग’ बनाते हैं।
GST Rule: जीएसटी के नए रूल के मुताबिक, अब हर पैकेट पर जीएसटी लगेगा। अब चाहे 1 किलो आटा, 1 किलो चावल, 1 किलो दाल, दूध, दही, छाछ आप कुछ भी लें, सभी पर जीएसटी लगेगा और इसका भार आम जनता को उठाना पड़ेगा।
भारत में कारोबारी गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसी के साथ ही माल एवं सेवा कर के आंकड़े भी तेजी से बढ़ रहे हैं। सबसे पहले मार्च 2022 में जीएसटी संग्रह का आंकड़ा 1.4 लाख करोड़ के पार पहुंचा था।
GST collection Record growth up 28 percent in August to cross Rs 1.43 lakh crore
2020-21 में Covid -19 महामारी के प्रकोप के दौरान राजस्व वृद्धि कम थी और उसकी तुलना में 2021-22 में यह 25 प्रतिशत के बेहतर स्तर पर रही।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह (जीओएम) ने पिछली रिपोर्ट में जीएसटी परिषद से घुड़दौड़, ‘ऑनलाइन गेमिंग’ और कसीनो के सकल बिक्री मूल्य पर 28 प्रतिशत जीएसटी (माल एवं सेवा) लगाने की सिफारिश की थी।
GST Collection in July: वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से इस साल जुलाई में मासिक कर संग्रह दूसरे स्थान रहा।
GST Rate: पैकेटबंद खाद्य उत्पादों पर 18 जुलाई से GST लगाने का फैसला केंद्र सरकार का नहीं बल्कि GST Council का है।
GST Slabs: फिलहाल GST में 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के चार कर स्लैब हैं। इसके अलावा, Gold और स्वर्ण आभूषणों पर 3% tax लगता है।
अब आटा, चावल और दाल महंगी हो जाएंगी। उदाहरण के लिए 20 किलो के आटे की कीमत 630 रुपये से 650 रुपये हो जाएगी, जो पहले 600 रुपये प्रति बैग थी।
GST on Packaged Food: गैर-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल ने पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने पर सहमति जताई थी
GST rates clarification: खुदरा कारोबारी या वितरक से 25 KG पैक सामान लाकर उसे खुले में बेचता है तो इस पर जीएसटी नहीं लगेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने पिछले दिनों अपनी बैठक में डिब्बा या पैकेटबंद और लेबल युक्त खाने-पीने के सामान पर प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया था।
ई-इन्वॉयस लागू होने के बाद प्रत्येक बी2बी लेनदेन के लिए जीएसटी के तहत कर अधिकारियों को बिल के मिलान की जरूरत नहीं होगी।
नए नियमों के मुताबिक, 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में जिन इकाइयों का सालाना कारोबार दो करोड़ रुपये तक है उन्हें 2021-22 के लिए वार्षिक रिटर्न भरने से छूट दी गई है।
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