विदेशी निवेशकों ने सामान्य मानसून के अनुमान के बीच बीते सात कारोबारी सत्रों में देश के पूंजी बाजार में लगभग दो अरब डॉलर का निवेश किया है।
देश में तीन हफ्ते बाद 1 जुलाई से GST लागू होने जा रहा है, लेकिन इसके लिए आईटी प्रणालियां अभी तक तैयार नहीं हो पाई हैं।
GST परिषद ने नई कर व्यवस्था को लागू करने के लिए दूरसंचार, बैंकिंग और निर्यात जैसे विभिन्न क्षेत्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए 18 अलग-अलग समूह बनाए हैं
एसकोर्ट, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल, कैपलिन प्वाइंट समेत कई कंपनियां ऐसी है जिनका मुनाफा एक साल में दोगुना हो गया है। और शेयर के भाव 300% बढ़ गए।
सरकार ने गुरुवार को कहा कि एक जुलाई से जीएसटी व्यवस्था लागू हो जाने के बाद खाद्यान्न, आटा, दूध, सब्जियां और फल पांच प्रतिशत तक सस्ते हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में FDI में बड़ी बढोतरी देखने को मिली है और यह 2013 के 34,487 अरब डॉलर से बढ़कर 61,724 अरब डॉलर हो गया है।
मॉर्गन स्टेनली इंडिया के एमडी, रिधम देसाई ने कहा कि बाजार में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। ऐसे में अगले 5 साल में निफ्टी 30 हजार के स्तर को छू सकता है।
एसर और भारत की प्रमुख बिजनेस सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता टैली ने संयुक्त रूप से बिजगुरु को पेश करने की घोषणा की।
रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) ने ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला किया। फिलहाल रेपो रेट 6.25 फीसदी पर है।
आईटी हार्डवेयर बनाने वाली कंपनियों ने सरकार से मॉनीटर एवं प्रिंटर जैसे सभी तरह के आईटी उत्पादों पर GST की एक ही दर 18 प्रतिशत करने का आग्रह किया है।
RBI बुधवार ब्याज दरों में कटौती नहीं करेगा, लेकिन उसके महंगाई के अनुमान में कटौती करने का ऐलान कर सकता है। ऐसे में महंगाई घटने से ब्याज दरें कम हो सकती है।
बुधवार आने वाले RBI के फैसले से पहले सेंसेक्स 119 अंक गिरकर 31190 के स्तर पर और निफ्टी 38 अंक लुढ़ककर 9637 के स्तर पर बंद हुआ है।
नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि अगले महीने से लागू होने वाले GST से देश को 9 फीसदी आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने में मदद मिलेगी।
TV, AC, फ्रिज और वाशिंग मशीन खरीदने का अभी बेहतरीन अवसर है। अभी इन पर ऐसे डिस्काउंट दिए जा रहे हैं जैसे दिवाली या अन्य त्योहारों के समय देखे जाते हैं।
सेंसेक्स 120 अंक गिरकर 31203 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 40 अंक लुढ़ककर 9650 के नीचे फिसल गया है।
इस साल मई में गोल्ड इंपोर्ट पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 4 गुना बढ़कर 103 टन पर पहुंच गया। जीएफएमएस के मुताबिक ज्वैलर्स ने अचानक खरीद बढ़ा दी है।
GST व्यवस्था में खादी धागा, गांधी टोपी और तिरंगे पर पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं नकली आभूषण, मोती और सिक्के पर 3 प्रतिशत शुल्क लगेगा।
विश्वबैंक ने एक रिपोर्ट में यह कहा है कि नोटबंदी से भारत को राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसका कारण यह है कि इससे अधिक से अधिक लोग कर के दायरे में आएंगे।
डी बियर्स को उम्मीद है कि भारत में उसके सभी ब्रांडों की वृद्धि दर दस प्रतिशत से अधिक रहेगी। भारत के आर्थिक वातावरण में सुधार से कंपनी इसकी उम्मीद कर रही है।
GST लागू होने के बाद कपड़ा उत्पाद विशेष रूप से सूती धागे और फैब्रिक वाले उत्पाद महंगे हो जाएंगे। सरकार ने GST में कपड़े को ऊंचे टैक्स स्लैब में रखा है।
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