रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि विश्व स्तर पर यह देखा गया है कि कम गतिशीलता से जीडीपी कम होती है और उच्च गतिशीलता उच्च जीडीपी की ओर ले जाती है, लेकिन यहां प्रतिक्रिया विषम है।
चीन की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार इस साल की दूसरी तिमाही में करीब तीन दशक के सबसे निम्न स्तर 6.2 प्रतिशत पर रही।
उद्योग जगत को अगले दो वर्षों में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर बढ़कर 8 प्रतिशत के करीब रहने की उम्मीद है। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा है कि मजबूत सुधार प्रक्रिया और राजकोषीय सूझबूझ ने तेजी की नीव रखी है।
मूडीज ने सोमवार को कहा कि GDP की वृद्धि दर 7.6% रहने की स्थिति में अगले एक से डेढ़ साल में कंपनियों का कर पूर्व लाभ 5 से 6 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है।
नोमुरा के अनुसार, भारत का चालू खाता घाटा (CAD) मौजूदा वित्त वर्ष में 40 अरब डॉलर यानी देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.5% रहने का अनुमान है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सुस्ती से प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सही समय पर उपयुक्त कदम उठाने का आज वादा किया।
देश का चालू खाता घाटा (CAD) 2017 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.5 प्रतिशत हो जाने की आशंका है। नोमुरा की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
RBI के डिप्टी गवर्नर विरल वी. आचार्य ने कहा कि नोटबंदी का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पर प्रभाव कुछ क्षेत्रों में मौजूदा तिमाही में भी दिख सकता है।
रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में भारतीय अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के दौरान GDP ग्रोथ दर 7.3 प्रतिशत रही है। इससे पहले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.1 प्रतिशत रही थी।
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