सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यूएई से भारत का सोने का आयात वित्त वर्ष 2023 में 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 147. 6 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 7. 6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।
आने वाले महीनों में भारत और चीन जैसे प्रमुख बाजारों में सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कीमतों को और समर्थन मिलेगा। सोने की कीमत में तेजी रहने की संभावना है।
सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव कई तत्वों से प्रभावित होते हैं, जिनमें ज्वैलर्स की ओर से निकली मांग, केंद्रीय बैंकों द्वारा खरीदारी, डॉलर के भाव, मौजूदा ब्याज दरें और सोने के व्यापार के बारे में सरकारी नियम शामिल हैं।
Gold Silver duty drawback rate : सरकार ने ड्यूटी ड्रॉ बैक रेट्स को बजट में सोने-चांदी पर लागू आयात शुल्क में किये गए बदलाव के अनुरूप समायोजित किया है।
बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी और डॉलर इंडेक्स में सुधार के कारण शुक्रवार को भी पीली धातु में गिरावट जारी रही। बाजार को अमेरिकी फेड द्वारा दरों में संभावित कटौती की उम्मीद है, इसलिए सोने को समर्थन मिलने की संभावना है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण से पहले बुलियन बाजार के व्यापारी सतर्क दिख रहे हैं। चांदी बुधवार को 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बंद हुई थी।
Gold Loan : भारतीय परिवारों के पास मौजूदा सोने की कीमत लगभग 126 लाख करोड़ रुपये है। अगले 5 साल में गोल्ड लोन मार्केट के दोगुने होने का अनुमान है।
Gold Price Today on 21th august 2024 : सोने की हाजिर और वायदा कीमतें आज बुधवार को सपाट रहीं। जबकि चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई है।
बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा धातु पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा के बाद सोने की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की गई। 23 जुलाई को यह पीली धातु 3,350 रुपये गिरकर 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी।
सोमवार को जब बाजार खुलेगा तो सोने और चांदी की कीमत में तेजी देखने को मिल सकती है। त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही मांग बढ़ेगी। इससे दोनों कीमती धातु के दाम बढ़ सकते हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का सोने का आयात 30 फीसदी बढ़कर 45.54 अरब डॉलर हो गया। स्विटजरलैंड सोने के आयात का सबसे बड़ा स्रोत है।
जानकार बताते हैं कि भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की सुरक्षित आश्रय मांग में वृद्धि हुई। सोने की कीमतें अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद स्थिर से मजबूत हो रही हैं।
सोने में मंगलवार को तेजी आई क्योंकि सुरक्षित-संपत्तियों की मांग ने कीमती धातु की तेजी को समर्थन देना जारी रखा। सोने की कीमतों में तेजी की वजह खुदरा खरीदारों के साथ-साथ आभूषण विक्रेताओं की बढ़ती मांग भी रही।
सोने की कीमतों में तेजी का श्रेय स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की बढ़ी हुई मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के रुख को दिया गया। जानकार ने कहा कि पश्चिम एशिया संकटों के बीच भू-राजनीतिक चिंताओं ने सोने की सुरक्षित-निवेश विकल्प के रूप में मांग को बढ़ावा दिया।
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले महीनों में सोने की कीमत में बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। सोना एक रेंज बाउंड में ट्रेड करेगा।
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 18 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 670.85 अरब डॉलर के ऑल टाइम हाई लेवल पर रहा था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 2 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां भी 5.16 अरब डॉलर बढ़कर 592.03 अरब डॉलर हो गईं।
Gold Price Today on 9th august 2024 : सोना आज 1100 रुपये की बढ़त लेकर 72,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं, चांदी 1400 रुपये की बढ़त के साथ 82,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
सिक्का निर्माताओं और औद्योगिक इकाइयों की ओर से कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत में गिरावट आई। भू-राजनीतिक तनाव जारी रहने से बढ़ते जोखिम ने पीली धातु के मूल सिद्धांतों को मजबूत रखा है।
व्यापारियों ने सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे घरेलू सीमा शुल्क में कमी और वैश्विक प्रभावों को जिम्मेदार ठहराया। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 350 रुपये गिरकर 71,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।
Gold Price Today on 6th august 2024 : सोने की कीमतों में आज मंगलवार को भी बड़ी गिरावट दर्ज हुई है। दिल्ली सर्राफा बाजार में यह 1100 रुपये प्रति 10 ग्राम लुढ़क गया।
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