वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में हाजिर बाजार में सोना मजबूत होकर 1,282.60 डॉलर प्रति औंस रहा, जबकि चांदी का भाव कमजोर होकर 14.91 डॉलर प्रति औंस रहा।
देश का स्वर्ण भंडार वर्तमान में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इस समय आरबीआई के पास लगभग 609 टन सोने का भंडार है।
पिछले तीन कारोबारी सत्रों में सोने में 380 रुपए की गिरावट आ चुकी है।
सराफा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू कमजोर मांग के अलावा कमजोर वैश्विक रुख ने यहां भावना को प्रभावित किया जिसके परिणामस्वरूप पीली धातु की कीमत में गिरावट आई।
रुपए की मजबूती तथा स्थानीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट की वजह से पहली तिमाही में सोने की मांग बढ़कर 159 टन पर पहुंच गई।
व्यापारियों के अनुसार मुख्य रूप से स्थानीय जौहरियों की कमजोर मांग, वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के कारण सोने के भाव में नरमी आई है।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना कमजोर रुख के साथ 1,283.50 डॉलर प्रति औंस पर चल रहा था।
डॉलर के मुकाबले रुपए के 70 के स्तर तक पहुंच जाने से भी सोने की मांग सुरक्षित निवेश के लिए बढ़ी है, जिससे इसकी कीमतों को सपोर्ट मिला।
बाजार सूत्रों ने कहा कि स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने के अलावा डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर में गिरावट से बहुमूल्य धातुओं के दाम बढ़े हैं।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और फुटकर कारोबारियों की मांग में गिरावट के कारण सोने की कीमतों में कमी आई है।
बाजार सूत्रों के अनुसार घरेलू मांग में गिरावट और विदेशों में कमजोरी के रुख से सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना तेजी के साथ 1,279.50 डॉलर प्रति औंस और चांदी तेजी के साथ 15.10 डॉलर प्रति औंस हो गया। शनिवार को सोना 20 रुपए की हानि के साथ 32,670 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया था।
यापार विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार में सोने की नरमी सोने के आयात मूल्य में गिरावट का कारण हो सकती है।
कारोबारियों के अनुसार स्थानीय जौहरियों और खुदरा कारोबारियों की लिवाली बढ़ने से धारणा को बल मिला और सोने के दाम में तेजी आई।
कारोबारियों ने कहा कि घरेलू मांग कमजोर पड़ने से सोने में गिरावट आई। इसके अलावा सकारात्मक वैश्विक आर्थिक परिदृश्य से भी सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की मांग घटी है।
इन लोगों ने नोटबंदी का जोरदार तरीके से फायदा उठाते हुए बिना हिसाब-किताब वाली भारी भरकम राशि को अवैध ढंग से अपने खातों में जमा कराया।
कारोबारियों ने कहा कि स्थानीय जौहरियों की मांग बढ़ने से सोने की कीमतों में तेजी आई। हालांकि वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख से लाभ पर अंकुश लगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्ज की लागत में कमी के साथ बैंकों का लाभ बढ़ने के कारण यह संभव होगा।
शेयर बाजार में तेजी से सर्राफा मांग प्रभावित हुई। इसके अलावा स्थानीय आभूषण कारोबारियों की सुस्त मांग तथा कमजोर वैश्विक संकेतों से भी बहुमूल्य धातु की कीमत प्रभावित हुई।
दिल्ली सर्राफा बाजार में, 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 170-170 रुपए गिरकर क्रमश: 32,850 रुपए और 32,680 रुपए प्रति दस ग्राम रह गया।
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