अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, कमजोर वैश्विक रुख और घरेलू बाजार में सुस्त लिवाली से कीमती धातुओं में गिरावट का रुख रहा।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बावजूद सोने और चांदी में भारी गिरावट आई है।
त्योहारी एवं वैवाहिक मौसम तथा आकर्षक कीमत के कारण इस साल अप्रैल-जून तिमाही में देश में सोने की मांग 13 प्रतिशत बढ़कर 213.20 टन पर पहुंच गयी।
ईंट और सिक्कों की मांग में 12 प्रतिशत की कमी देखी गई।
सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय ज्वैलर्स की मांग घटने से सोने की कीमतों में गिरावट रही लेकिन विदेशी बाजारों में पीली धातु की कीमतों में स्थिरिता बनी रही।
कारोबारियों के मुताबिक घरेलू मांग में तेजी से बहुमूल्य धातुओं की कीमत में बढ़त देखी गई।
स्थानीय आभूषण विनिर्माताओं की मांग घटने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 50 रुपये टूटकर 35,720 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया।
चांदी हाजिर भी 42,300 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर कायम रही।
वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में सोना बढ़कर 1,425.40 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जबकि चांदी 16.58 डॉलर प्रति औंस पर रही।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक डॉलर के मजबूत होने से वैकल्पिक निवेश के रूप में सोने की मांग घटने से विदेशी बाजारों में इसके भाव में गिरावटी रही।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना लगभग स्थिर रहकर 1425.60 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी तेजी के साथ 16.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
कई केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना के चलते औद्योगिक मांग में सुधार आने की उम्मीद में चांदी में तेजी बनी हुई है।
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव फिर नई उंचाई पर चला गया।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना गिरकर 1,422 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जबकि चांदी बढ़कर 16.17 डॉलर प्रति औंस पर रही।
दिल्ली सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना क्रमश: 70-70 रुपए गिरकर 35,500 रुपए और 35,330 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा।
सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से मांग बढ़ने की वजह से सोने की कीमतों में आज तेजी देखने को मिली है।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 1,415.80 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर था। वहीं चांदी बढ़त के साथ 15.41 डॉलर प्रति औंस पर थी।
आम बजट 2019-20 में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क में 2.5 फीसदी की वृद्धि की घोषणा के बाद सोने के दाम में जबरदस्त तेजी आई है।
चीन के निराशाजनक व्यापार आंकड़ों के बाद सोने की कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है।
यूएस फेडरल रिजर्व चेयरमैन द्वारा ब्याज दर में कटौती का संकेत दिए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोने का भाव एक हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
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