वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना लगभग स्थिर रहकर 1425.60 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी तेजी के साथ 16.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
कई केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना के चलते औद्योगिक मांग में सुधार आने की उम्मीद में चांदी में तेजी बनी हुई है।
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव फिर नई उंचाई पर चला गया।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना गिरकर 1,422 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जबकि चांदी बढ़कर 16.17 डॉलर प्रति औंस पर रही।
दिल्ली सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना क्रमश: 70-70 रुपए गिरकर 35,500 रुपए और 35,330 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा।
सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से मांग बढ़ने की वजह से सोने की कीमतों में आज तेजी देखने को मिली है।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 1,415.80 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर था। वहीं चांदी बढ़त के साथ 15.41 डॉलर प्रति औंस पर थी।
आम बजट 2019-20 में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क में 2.5 फीसदी की वृद्धि की घोषणा के बाद सोने के दाम में जबरदस्त तेजी आई है।
चीन के निराशाजनक व्यापार आंकड़ों के बाद सोने की कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है।
यूएस फेडरल रिजर्व चेयरमैन द्वारा ब्याज दर में कटौती का संकेत दिए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोने का भाव एक हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
अमेरिका और चीन द्वारा व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने के बाद वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिला।
बजट 2019-20 में सरकार ने सोने और अन्य बहुमूल्य धातुओं पर सीमा शुल्क को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
सटोरियों के अपने सौदे घटाने से मंगलवार को वायदा बाजार में सोने का भाव 0.17 प्रतिशत टूटकर 34,520 रुपये प्रति दस ग्राम रहा।
चांदी हाजिर 148 रुपए बढ़कर 38,948 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। साप्ताहिक डिलिवरी भाव 808 रुपए के लाभ के साथ 38,093 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया।
भारत 618.2 टन स्वर्ण भंडार के साथ दुनियाभर में 10वें नंबर पर है।
राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे का कहना है कि आम बजट में सोने और अन्य बहुमूल्य धातुओं पर शुल्क वृद्धि का निर्णय सरकार की अनावश्यक उत्पादों का आयात कम करने की नीति के तहत किया गया।
वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग का कहना है कि आम बजट में सोने एवं अन्य महंगी धातुओं पर आयात शुल्क बढ़ाने का निर्णय पूरी तरह सोच-समझकर किया गया है।
वित्त मंत्री ने सोने पर सीमा शुल्क बढ़ाने, अमीरों पर कर अधिभार बढ़ाने व पेट्रोल, डीजल पर शुल्क बढ़ाने का बचाव करते हुए कहा कि देश के आर्थिक विकास और आम आदमी के लिये बुनियादी सुविधायें खड़ी करने करने के लिये संसाधन जुटाना जरूरी है।
आयात शुल्क में बढ़ोतरी से सोने की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे सोने का उपभोग भी प्रभावित होगा।
आम बजट में महंगाई में नरमी की उम्मीद लगाए आम लोगों को बड़ा झटका लगा है। बजट में वित्त मंत्री ने सोने-चांदी के आयात पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की घोषणा की है।
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