सोमवार को सोने का भाव 38,449 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव 46,880 रुपए प्रति किग्रा था।
बाजार सूत्रों ने कहा कि स्थानीय आभूषण कारोबारियों की कमजोर मांग के कारण सोने में गिरावट आई।
वैश्विक घटनाक्रमों के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में बहुमूल्य धातुओं की मांग प्रभावित हुई। इस वजह से शुक्रवार को सोना 500 रुपये की गिरावट के साथ 40,000 रुपये के रिकॉर्ड स्तर से नीचे आकर 39,720 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया।
मजबूत वैश्विक रूख के साथ सटोरियों के सौदे बढ़ाने से शुक्रवार को वायदा कारोबार में सोना 0.21 प्रतिशत बढ़कर 38,925 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में, अक्टूबर महीने में डिलीवरी वाला सोना 122 रुपये यानी 0.21 प्रतिशत बढ़कर 38,925 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया।
मंदी की आशंकाओं की वजह से निवेशकों में सुरक्षित निवेश के विकल्प की तलाश रही और उन्होंने सर्राफा बाजार का रुख किया है जिससे बहुमूल्य धातुओं में तेजी रही।
त्योहारी मौसम के मद्देनजर स्थानीय आभूषण कारोबारियों के उठाव बढ़ने और निवेशकों की ओर से पीली धातु को सुरक्षित विकल्प के रूप में तवज्जो देने से सोना नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 प्रतिशत तथा 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने के भाव क्रमश: 39,670 रुपए और 39,500 रुपए प्रति 10 ग्राम पर अपरिवर्तित रहे।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पीली धातु यानी सोने के दाम में आई तेजी से घरेलू सर्राफा बाजार में सोमवार को 24 कैरट शुद्धता के सोने का भाव 40,000 रुपये प्रति दस ग्राम (जीएसटी समेत) से ऊपर चला गया और चांदी में भी जबरदस्त तेजी रही।
वायदा बाजार एमसीएक्स पर सोने का भाव सोमवार को फिर नई उंचाई 39,340 रुपए प्रति 10 ग्राम पर चला गया
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोना 39,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ते हुए एक बार फिर नई ऊंचाई पर चला गया है। चांदी के भाव में भी तकरीबन डेढ़ फीसदी की तेजी आई है।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में कमजोर रुख के बावजूद स्थानीय आभूषण कारोबारियों की सतत लिवाली समर्थन से मुख्यत: सोने की कीमतों में तेजी आई।
बाजार सूत्रों ने सोने की कीमतों में तेजी आने का श्रेय घरेलू हाजिर बाजार की मांग में आई तेजी को दिया।
कमजोर वैश्विक रुख के साथ मुनाफावसूली के लिए प्रतिभागियों के सौदे घटाने से बुधवार को वायदा कारोबार में सोना 114 रुपये गिरकर 37,890 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया, जबकि वायदा कारोबार में चांदी 307 रुपये गिरकर 43,634 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के बावजूद स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की मांग बढ़ने के कारण घरेलू हाजिर बाजार में इस बहुमूल्य धातु सोने की कीमतों में उछाल आया।
सर्राफा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के साथ स्थानीय आभूषण निर्माताओं की घटी मांग की वजह से सोने की कीमतों में गिरावट आई है।
आभूषण कारोबारियों की ताजा लिवाली से स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 475 रुपये की तेजी के साथ 38,420 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिलने वाला विशेष आहरण अधिकार इस दौरान 67 लाख डॉलर बढ़कर 1.441 अरब डॉलर हो गया।
आर्थिक वृद्धि तथा मुद्रास्फीति के मोर्चों पर सकारात्मक उपलब्धियों के बावजूद भारत के समक्ष कमजोर निवेश, नीतिगत फैसलों का लाभ लक्ष्य तक पहुंचने में सुस्ती तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का कम संग्रह समेत कुछ बड़ी चुनौतियां हैं। वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता गोल्डमैन सैक्स ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है।
आर्थिक वृद्धि तथा मुद्रास्फीति के मोर्चों पर सकारात्मक उपलब्धियों के बावजूद भारत के समक्ष कमजोर निवेश, नीतिगत फैसलों का लाभ लक्ष्य तक पहुंचने में सुस्ती तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का कम संग्रह समेत कुछ बड़ी चुनौतियां हैं। वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता गोल्डमैन सैक्स ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है।
वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच पीली धातु यानी सोने की चमक इस महीने कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है, क्योंकि निवेशकों के लिए यह सुरक्षित और पसंदीदा निवेश का सबसे बेहतर विकल्प बन गया है। ऐसे में त्योहारी सीजन में भारत में सोना 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला जाए तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा।
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