मार्च में सोने के आयात में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है। माह के दौरान सोने का आयात 80.48 फीसदी घटकर 97.29 करोड़ डॉलर रहा। पिछले साल 4.98 अरब डॉलर था।
विदेशों में मजबूती के रुख और घरेलू बाजार में आभूषण विक्रेताओं की मांग से राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में सोने का भाव 120 रुपए की तेजी के साथ 29,550 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया।
शादी विवाह सीजन में ज्वैलरी डिमांड बढ़ने के चलते सोने और चांदी की कीमतों में तेजी हफ्ते के आखिरी दिन भी जारी रही।
डब्ल्यूजीसी के मुताबिक 2016 के शुरूआती तीन महीने में सोने की कीमतों में 17 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। जो कि बीते 30 वर्षों की सबसे बड़ी तिमाही तेजी है।
गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) निवेशकों को आकर्षित करने में लगातार विफल रहे हैं। इसके कारण निवेशकों ने 2015-16 में 903 करोड़ रुपए निकाले।
भारतीय सोने का सिक्का अब देश के हर कोने में आसानी से उपलब्ध होगा। इसके लिए सरकार पोस्ट ऑफिस का सहारा लेगी। एमएमटीसी-डाक विभाग जल्द एग्रीमेंट करेंगे।
वाल स्ट्रीट के दिग्गज फंड मैनेजर्स को सोने की तरफ आकर्षित होता देख ओसामा बिन लादेन ने भी सोने में निवेश करने का निर्णय लिया था।
सरकार ने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए निवेशकों को सोने में जमा को नकदी के अलावा सोने के रूप में भुनाने का विकल्प दिया है।
सोने की कीमतों में इस साल अब तक करीब 16 फीसदी तेजी आ चुकी है ऐसे में निवेशकों के मन में यह सावल जरूरहोगा कि सोने में निवेश अब भी फायदेमंद है या नहीं।
सोने की कीमतों में पिछले 30 वर्षों की सबसे बड़ी तिमाही तेजी देखने को मिली है। साल के शुरुआती तीन महीने में सोने ने 15.6 फीसदी का रिटर्न दिया है।
ज्वैलर्स की मांगों पर गौर करने के लिए एक समिति बिठाने के सरकार के आश्वासन के बावजूद बजट प्रस्तावों पर आभूषण व्यापारियों की हड़ताल 26वें दिन भी जारी है।
तिरुपति मंदिर ने सरकार की गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम में सोना जमा करने के बदले उस पर मिलने वाले ब्याज को नकदी के बजाये सोने के रूप में दिए जाने की मांग की है।
जौहरियों तथा सर्राफा कारोबारियों के एक वर्ग की हड़ताल आज 20वें दिन भी जारी है। कुछ बड़े संगठनों ने वित्त मंत्री अरूण जेटली से मुलाकात के बाद हड़ताल वापस ले ली है।
गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में कम रिटर्न व टैक्स संबंधी चिंताओं के चलते इस योजना में अभी तक केवल तीन टन सोना ही जमा हो पाया है।
फरवरी में सोने का आयात 29.49 फीसदी घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले जनवरी में इसमें तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आयात कम होने से कैड पर अंकुश लगेगा है।
ज्वैलर्स की जारी बेमियादी हड़ताल के चलते 60,000 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबारी नुकसान होने का अनुमान है। एसोसिएशनों ने कहा की हड़ताल जारी रहेगी।
दुनिया की तमाम बड़ी एजेंसियां कीमतों में गिरावट भविष्यवाणी कर रहे थे, इसी बीच सोना कब 30 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया किसी को नहीं पता चला।
आभूषण निर्माताओं ने एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क फिर से लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ अपनी हड़ताल सात मार्च तक जारी रखने का फैसला किया।
खराब क्रेडिट स्कोर के बाद भी आपको सस्ता गोल्ड लोन मिल सकता है इसके लिए आपको पर्सनल लोन से भी कम ब्याज देना होगा। साथ ही लंबे समय तक इंतजार भी नहीं करना पड़ता।
बजट में प्रस्तावित एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी और दो लाख रुपए से ज्यादा के ट्रांजैक्शन पर पैन कार्ड की अनिवार्यता से नाराज ज्वैलर्स आज से हड़ताल पर चले गए हैं।
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