घरेलू ज्वैलर्स की खरीदारी से सोमवार को सोने में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 100 रुपए चढ़कर 29,650 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
दिल्ली सर्राफा बाजार में बीते हफ्ते सोना 170 रुपए की तेजी के साथ 29,550 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं चांदी तेजी के साथ 42,000 रुपए के पार बंद हुई।
शनिवार को दिल्ली में चांदी की कीमतें 130 रुपए बढ़कर 42200 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है वहीं, सोने का भाव बिना बदलाव के 29550 रुपए प्रति ग्राम पर स्थिर रहा
किसी ने आज से 10 साल पहले GOLD में 1 लाख रुपए का निवेश किया होता तो उसे 3 गुना से भी ज्यादा यानी 3.5 लाख रुपए मिलते।
भारत में सोने की मांग साल 2017 में भी कमजोर रहेगी। 2016 में सोने की मांग घटकर पिछले कई सालों के निम्नतम स्तर पर आ गई है।
सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला थम गया है। लगातार चार दिनों की तेजी के बाद गुरुवार को सोने में 150 रुपए की गिरावट दर्ज की गई।
चांदी 42 हजार रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई है। दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी 300 रुपए चढ़कर 42,200 रुपए प्रति किलो पर कारोबार करती नजर आई ।
स्थानीय ज्वैलर्स की खरीदारी बढ़ने से सोने-चांदी की कीमतों में को तेजी का रुख रहा। सोने का भाव 150 रुपए उछलकर 29,550 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया।
घरेलू स्तर पर खरीदारी लौटने और ग्लोबल मार्केट तेजी के कारण सोने में सोमवार को लगातार दूसरे दिन तेजी दर्ज की गई। सोना में 20 रुपए की तेजी।
जीएफएसएस (GFMS) के अनुमान के मुताबिक 2016 में सोने की मांग 580 टन रही जो कि 2015 के मुकाबले 34 फीसदी कम है। 13 में पहली बार इतनी कम मांग निकली है।
वैश्विक स्तर पर कमजोर रूख और मौजूदा स्तर पर रिटेलर्स और ज्वैलर्स की सीमति मांग के चलते बीते हफ्ते सोना सस्ता हुआ। चांदी की कीमतों में तेजी आई।
घरेलू बाजार में डिमांड बढ़ने से सोने की कीमतों में फिर से तेजी लौटी आई है। शनिवार को सोने की कीमतें 230 रुपए बढ़कर 29,380 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई।
शुक्रवार को सोने की कीमतों में 400 रुपए प्रति दस ग्राम की गिरावट आई। इसके साथ ही सोना दो हफ्ते के निचले स्तर 29,150 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
सोने में लगातार दो दिन की तेजी के बाद बुधवार को गिरावट देखने को मिली। कमजोर ग्लोबल ट्रेंड और घरेलू ज्वैलर्स की खरीदारी में आई कमी के कारण सोना सस्ता हुआ है।
कारोबारियों के मुताबिक वेडिंग सीजन के चलते ज्वैलर्स की ओर से सोने की खरीदारी बढ़ी है। इसके अलावा ग्लोबल स्तर जारी तेजी से भी कीमतों को सहारा मिल रहा है।
रत्न एवं आभूषण उद्योग ने सरकार से आग्रह किया है कि पांच लाख रुपए से कम के आभूषणों की खरीद-फरोख्त पर पैन के उल्लेख की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए।
बजट में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को प्रोत्साहन के लिए कई कदमों की घोषणा कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक सोने पर लगने वाले आयात शुल्क में कटौती हो सकती है।
सोने में दो दिन की गिरावट के बाद सोमवार को रिकवरी देखने को मिली। घरेलू ज्वैलर्स की खरीदारी और मजबूत विदेशी संकेत के कारण सोने में तेजी दर्ज की गई।
विदेशों में तेजी और शादी-विवाह वालों की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की खरीदारी से से सोने की मांग बढ़ी है। सोना 225 रुपए महंगा हुआ।
सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान करीब 32 प्रतिशत घटकर 17.7 अरब डॉलर रहा। इससे चालू खाते के घाटे पर अंकुश लग सकता है।
लेटेस्ट न्यूज़