रिजर्व बैंक ने गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम (जीएमएस) को आकर्षक बनाने के लिये इसमें कुछ बदलाव किया है। योजना में सुधार का मकसद लोगों को स्वर्ण बचत खाता खोलने को सुगम बनाना है।
तिरुपति बालाजी मंदिर प्रबंधन ने कहा है कि उसने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत उसने एक सरकारी बैंक में 1,311 किलोग्राम सोना जमा किया है।
भारतीय सोने का सिक्का अब देश के हर कोने में आसानी से उपलब्ध होगा। इसके लिए सरकार पोस्ट ऑफिस का सहारा लेगी। एमएमटीसी-डाक विभाग जल्द एग्रीमेंट करेंगे।
मोदी सरकार की गोल्ड बॉन्ड लोगों को पसंद आने लगी है। दूसरे चरण 18 से 22 जनवरी के दौरान 2,790 किलो सोने के लिए 3.16 लाख आवेदन मिले हैं।
सरकार गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत सोने का स्टोरेज करने के लिए बैंकों को ढ़ाई फीसदी कमीशन दिया जाएगा। लोगों ने 900 किलो सोना जमा किया है।
रिजर्व बैंक ने बैंकों को एमएमटीसी द्वारा विनिर्मित अशोक चक्र लगा ‘इंडिया गोल्ड क्वाइन’ अपनी शाखाओं के जरिये सोने के सिक्के बेचने की मंजूरी दी।
आज सरकार सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का दूसरा चरण शुरू करने जा रही है। इसके तहत निवेशक 22 जनवरी तक बॉन्ड को खरीद सकते हैं। बॉन्ड में निवेश फायदेमंद रहेगा।
सरकार सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का दूसरा चरण 18 जनवरी को शुरू करने जा रही है। वहीं, मोनेटाइजेशन में लोगों ने अब तक 500 किलो सोना सरकार के पास जमा कराया है।
सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) को गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में निवेश करने की मंजूरी दे दी है।
सोने के आयात को कम करने के लिए मोदी सरकारी की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम पर श्रद्धालुओं की भावना भारी पड़ रही है। मंदिर सोना जमा कराने से बच रहे हैं।
गोल्ड स्कीम को सफल बनाने के लिए सरकार को इसे सरल बनाना चाहिए। इसके अलावा सरकार गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में जमा कराए जाने वाले सोने का सोर्स ना पूछे।
देश में गोल्ड इंपोर्ट पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम लॉन्च किया है। लेकिन इस साल 1000 टन से ज्यादा गोल्ड इंपोर्ट होने का अनुमान है।
आरबीआई ने सरकारी गोल्ड बॉन्ड जारी करने की तारीख को चार दिन आगे बढ़ाकर अब 30 नवंबर कर दिया है। आवेदनों की बड़ी संख्या को देखते हुए यह फैसला किया है।
मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी गोल्ड स्कीम्स सफल होगी या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन, यूबीएस ने इन स्कीम्स पर भरोसा जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोल्ड मॉनेटाइजेशन समेत गोल्सड से जुड़ी सभी तीन स्कीम्स को लॉन्च कर दिया है। मोदी ने कहा ये स्कीम गरीबी से लड़ने में होगी मददगार
बुधवार को आरबीआई ने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत सोना जमा करने पर पर ब्याज दरों को अधिसूचित कर दिया है। स्कीम के तहत 2.25 से 2.50 फीसदी ब्याज दिया जाएगा।
वाणिज्य मंत्रालय ने गोल्ड इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर 2 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया है। लेकिन, वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा करना संभव नहीं है।
इंडिया गोल्ड पालिसी सेंटर गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के संबंध में सरकार को जमीनी हकीकत से रूबरू कराएगी। यह स्कीम दिवाली से पहली लॉन्च होगी।
देश में सोने के नए विकल्प के रूप में पेश किए जा रहे सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम पर सरकार ने सालाना 2.75 फीसदी ब्याज देने की घोषणा की है।
भारत ने इस साल के पहले नौ महीनों में गोल्ड की खपत के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। इस दौरान देश में गोल्ड की कुल खपत 642 टन रही।
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