रुपए की मजबूती तथा स्थानीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट की वजह से पहली तिमाही में सोने की मांग बढ़कर 159 टन पर पहुंच गई।
इन लोगों ने नोटबंदी का जोरदार तरीके से फायदा उठाते हुए बिना हिसाब-किताब वाली भारी भरकम राशि को अवैध ढंग से अपने खातों में जमा कराया।
सरकार देश में बेचे जा रहे स्वर्ण आभूषणों के लिए शीघ्र ही हॉलमार्क को अनिवार्य करने पर विचार कर रही है।
अक्षय तृतीया पर हीरे के आभूषणों की तुलना में सोने के आभूषणें विशेषकर चलन वाले आभूषणों की मांग अधिक रहेगी। अधिक कीमत वाले आभूषणों की मांग में कमी देखने को मिल रही है
तनिष्क की स्कीम के तहत पुरानी ज्वैलरी को नई ज्वैलरी से एक्सचेंज कराने पर पुरानी ज्वैलरी के लिए सोने की पूरी कीमत दी जाएगी। 10 ग्राम सोने पर 3000 से ज्यादा का फायदा होगा
WGC की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में GST लागू होने की वजह से सितंबर तिमाही के दौरान ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में 25 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली है।
सरकार देश में बिकने वाली सभी तरह की गोल्ड ज्वैलरी के लिए अगले साल से हॉलमार्क सर्टिफिकेशन को अनिवार्य बनाने की योजना पर विचार कर रही है।
सोने की अच्छी परख रखने वाले भी इस सोना खरीदने पर पर लगने वाले टैक्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं।
दिवाली पर सोना या गोल्ड ज्वैलरी खरीदना एक परंपरा का हिस्सा है। ज्वैलरी को पसंद करने में घंटों लगा देते हैं लेकिन कीमत को लेकर कभी सवाल नहीं पूछते।
GST के तहत सोने की ज्वैलरी बेचते समय ज्वैलर्स ग्राहक से ज्वैलरी के मेकिंग चार्ज पर अलग से 5 फीसदी टैक्स नहीं वसूल सकते हैं।
सोने के प्रति भारत की भूख कोई नई बात नहीं है। सवाल यह है कि भारत में आखिर यह सोना जाता कहां हैं? और सोने के आभूषण के सबसे ज्यादा कौन लोग खरीदार हैं?
देश से जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात वित्त वर्ष 2016-17 में 12.32 प्रतिशत बढ़कर 2.89 लाख करोड़ रुपए हो गया है। अमेरिका और हांगकांग से मांग बढ़ी है।
दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 25 रुपए के सुधार के साथ 30,150 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया। चांदी में 30 रुपए की गिरावट देखने को मिली।
घरेलू हाजिर बाजार में शादी- विवाह की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय ज्वैलर्स की खरीदारी से बीते हफ्ते सोने (Gold) में जोरदार तेजी दर्ज की गई।
बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 200 रुपए टूटकर 29,750 रुपए प्रति औंस पर बंद हुआ। चांदी 100 रुपए की गिरावट के साथ 43,100 रुपए प्रति किलो रह गई।
बीआईएस ने सोने की हॉलमार्किंग के भारतीय मानकों में संशोधन किया है। ये इस साल एक जनवरी से लागू हो गए हैं। अब ज्वैलरी पहले से चार गुना सुरक्षित होंगे।
बीआईएस ने ज्वैलर्स को बड़ा झटका दिया है। अब ज्वैलर्स आपको 22 कैरेट के नाम पर 18 ये 14 कैरेट सोने की ज्वैलरी नहीं बेच जाएगा। हॉलमार्क जरूरी हो गया है।
सोने की कीमतों में दूसरे दिन भी गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 350 रुपए गिरकर 29,000 पर बंद हुआ। बुधवार को 100 रुपए की गिरावट आई थी।
नोटबंदी की सबसे बड़ी मार सर्राफा बाजार पर देखने को मिल रही है। महज 7 सत्र में सोना 1500 रुपए गिरकर 29350 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया है।
Gold में निवेश करने का सबसे बेहतर जरिया है Gold Bond। न केवल इसमें निवेश करना आसान है बल्कि इसके खर्च भी Gold ETF से हैं कम।
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