डीजीएफटी ने एक सार्वजनिक सूचना में कहा कि रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के अनुरोध पर यह फैसला लिया गया है। ताजा अपडेट में कहा गया है कि अंतरिम अवधि में 27 मई का नोटिस जारी होने से पहले मौजूद अवशिष्ट मानदंड ही लागू रहेंगे।
सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स ने अपना 'सियाराम' कलेक्शन पेश किया है, जबकि कल्याण ज्वैलर्स ने हेरिटेज ज्वैलरी लाइन-अप ‘निमाह’ पेश किया है। सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुवनकर सेन ने कहा, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की प्रत्याशा में हर जगह भगवान राम की भक्ति का माहौल है।
2023-24 की पहली छमाही में सोने की कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर थीं, हालांकि एक साल पहले की समान अवधि की औसत कीमतों की तुलना में यह 14 प्रतिशत ज्यादा थीं।
Gold jewellery offers today: दिवाली पर तनिष्क, कल्याण और अन्य ज्वेलर्स की ओर से कई डिस्काउंट ऑफर्स पेश किए गए हैं। जिनका फायदा उठाकर आप ज्वेलरी शॉपिंग पर काफी पैसे बचा सकते हैं।
सोने की बिक्री से जुड़े नियमों में सरकार की ओर से महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं, जिसे 1 अप्रैल, 2023 से लागू किया जाएगा। आइये जानते हैं इसके बारे में
अगर, कोई ज्वैलर आपको बिना हॉलमार्क वाला गहना बेचने की कोशिश करें तो बिल्कुल वहां से खरीदारी नहीं करें।
Gold Purity Check: हॉलमार्क का निर्धारण भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) करती है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत गोल्ड संचालन, नियम और विनियम का काम करती है।
Bank Locker: अगर आपके पास 10 लाख रुपये का गहना है तो आपको सालाना 10,000 रुपये का प्रीमियम देना होगा।
यदि आपने सोने की खरीदारी की है या फिर करने की प्लानिंग है तो आयकर कानून की धाराओं पर जरूर नजर डाल लें।
हॉलमार्किंग गोल्ड ज्वेलरी पर तीन निशान होंगे, जिसमें बीआईएस मार्क, शुद्धता कैरेट में और गोल्ड के लिए फाइननेस (उदाहरण 22के916, 18के750, 14के585) और छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक एचयूआईडी कोड होगा।
1 जुलाई, 2021 से 20 अगस्त तक हॉलमार्क के लिए प्राप्त एवं हॉलमार्क अंकित किए गए आभूषणों की संख्या क्रमशः एक करोड़ सत्रह लाख और एक करोड़ दो लाख हो गयी है।
ऐसा अनुमान है कि भारत में हर साल 10.12 करोड़ गोल्ड ज्वेलरी पीस बनाए जाते हैं। इसके अलावा 6-7 करोड़ पीस का मौजूदा स्टॉक भी हॉलमार्किंग के लिए बचा है।
स्वर्ण आभूषणों पर हॉलमार्किंग कीमती धातु की शुद्धता का प्रमाणन है। यह अब तक स्वैच्छिक था। पहले चरण के क्रियान्वयन के लिए 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों की पहचान की है।
हस्तशिल्प वाले स्वर्ण आभूषणों में एक नई रुचि पैदा हुई है, लेकिन हमें समकालीन महिलाओं की सौंदर्य संबंधी संवेदनाओं से मेल रखने के लिए रचनात्मक समाधान ढूंढने की आवश्यकता है।
अगले साल एक जून से ज्वैलर्स को केवल 14, 18 और 22 कैरेट सोने के आभूषण बेचने की अनुमति होगी
सरकार की योजना, देश के प्रत्येक जिले में हॉलमार्किंग केंद्र स्थापित करने की है।
हॉलमार्किंग अनिवार्य करने की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी ज्वैलर्स को बीआईएस के साथ पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा और इसके लिए उन्हें एक साल का समय दिया जाएगा।
उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि सरकार स्वर्ण आभूषणों और कलाकृतियों के लिये हॉलमार्क (गुणवत्ता की मुहर) की व्यवस्था 15 जनवरी 2021 से अनिवार्य करेगी।
हर बार की तरह इस बार भी धनतेरस से पहले सर्राफा बाजार सज चुका है और ग्राहकों का इंतजार किया जा रहा है।
आम बजट 2019-20 में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क में 2.5 फीसदी की वृद्धि की घोषणा के बाद सोने के दाम में जबरदस्त तेजी आई है।
लेटेस्ट न्यूज़