एनसीएलटी का ये आदेश गो फर्स्ट के समाधान पेशेवर की तरफ से दिवाला और ऋणशोधन अक्षमता संहिता (IBC) की धारा 33 (1) के तहत दायर एक आवेदन पर आया है। निर्धारित समयसीमा में उचित खरीदार खोज पाने में कर्जदाताओं के नाकाम रहने के आधार पर इस आवेदन में गो फर्स्ट के लिक्विडेशन का अनुरोध किया गया था।
राणे ने कहा कि नियमों का उल्लंघन होने पर अनुमति वापस ली जाएगी। स्थानीय लोग दोनों परियोजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका दावा है कि उनके लिए बड़े पैमाने पर पहाड़ियों को काटा जा रहा है।
दिवाला अधिकरण ने 8 अप्रैल को 60 दिन का विस्तार दिया था जो 3 जून 2024 को समाप्त हो गया था। दिवाला एवं दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के अनुसार सीआईआरपी को 330 दिन के भीतर पूरा करना अनिवार्य है।
गो फर्स्ट ने 3 मई, 2023 के बाद से उड़ान नहीं भरी है। इसके नीले और सफेद रंग के ए320 विमान एयरपोर्ट्स पर धूल खा रहे हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि इस एयरलाइंस का बंद होना सभी ग्राहकों के लिए बहुत बड़ा नुकसान है।
एनसीएलटी ने इससे पहले 13 फरवरी को समयसीमा 4 अप्रैल तक बढ़ा दी थी। उसके पहले पिछले साल 23 नवंबर को भी न्यायाधिकरण ने 90 दिन का विस्तार दिया था।
स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सिंह ने दृढ़ विश्वास जताया है कि गो फर्स्ट में अपार संभावनाएं हैं और इसे स्पाइसजेट के साथ करीबी तालमेल में काम करने के लिए दोबारा खड़ा किया जा सकता है।
गो फर्स्ट ने मई 2023 में प्रैट एंड व्हिटनी की इंजन विफलताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए दिवालिया घोषित कर दिया। तब से, एयरलाइन कानूनी और प्रशासनिक बाधाओं में उलझा है।
31 दिसंबर के लिए होटल रूम का किराया एतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है। लास्ट मिनट पर बुकिंग करने वाले अनप्लांड ट्रैवलर्स मुंह मांगा किराया देने को तैयार हैं। इंटरनेशनल टूरिट्स बढ़ने से रेट्स में पहले ही काफी इजाफा हो चुका है।
आईआरसीटीसी ने खास इंतजाम किए हैं। इसमें आपको तमाम तरह की सुविधा मिलेगी, ताकि घूमने का एक्सपीरियंस बेहद खास हो सके। बुकिंग शुरू है।
एनसीएलटी ने यात्रा के लिए टिकट खरीदने वाले करीब 15.5 लाख यात्रियों को 597.54 करोड़ रुपये वापस करने की याचिका पर फैसला दिया है
विमान और उसके इंजन गो फर्स्ट के व्यवसाय का महत्वपूर्ण घटक हैं और यदि उन्हें हटा दिया गया, तो इसके परिणामस्वरूप कंपनी के रूप में एयरलाइन ‘खत्म’ हो जाएगी
इंजन न मिलने चलते गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया था और वाडिया समूह की यह एयरलाइंस 3 मई से बंद पड़ी है
अगले 20 साल ‘विमानन क्षेत्र के लिए स्वर्ण युग’ होने जा रहे हैं और देश में अगले 15 से 20 साल में करीब 2,000 विमान होंगे
पहले ही एटीएफ की बढ़ती कीमतों के चलते कंपनियां हवाई किराये को लेकर काफी दबाव में थीं, वहीं गो फर्स्ट संकट के चलते अचानक मई के महीने में देश में विमानों की किल्लत पैदा हो गई।
नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी 26 विमानों और 152 दैनिक उड़ानों के साथ परिचालन शुरू करने को तैयार है।
गो फर्स्ट के हटने के बाद से जिन रूट पर यह सेवाएं देती थी, वहां अचानक हवाई किरायों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने बृहस्पतिवार को कोई कारण बताए बगैर इन याचिकाओं की सुनवाई से खुद को अलग करने की जानकारी दी।
एयरलाइन ने नियामक के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि वह जल्द से जल्द उड़ानों को फिर से शुरू करने पर काम कर रही है।
एयरलाइन को पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों ने दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने के खिलाफ अपीलीय न्यायाधिकरण में अपील की थी।
एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी ऋण शोधन कार्यवाही के लिये अर्जी देने की कोई योजना नहीं है।
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