चीनी सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की और बैंकिंग सिस्टम में 143 अरब डॉलर की पूंजी देने का ऐलान किया। सेंट्रल बैंक ने सूचीबद्ध फर्मों के लिए अपने शेयर वापस खरीदना भी आसान बना दिया।
रिपोर्ट में आर्थिक वृद्धि के लिए एक नए दृष्टिकोण का आह्वान किया गया जो दीर्घकालिक स्थिरता और समानता, गति और गुणवत्ता की जांच के साथ दक्षता को संतुलित करे।
साल 2024 में लगातार तीसरे साल वैश्विक इकॉनमी धीमी रह सकती है। वर्ल्ड बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। इससे गरीब देशों के कर्ज के जाल में फंसने की आशंका है। चीनी अर्थव्यवस्था में गिरावट से भी ग्लोबल इकॉनमी पर काफी असर पड़ा है।
दावोस में 15-19 जनवरी तक होने वाली अपनी सालाना बैठक से पहले रिपोर्ट जारी करते हुए WEF ने कहा कि सही पॉलिसी फ्रेमवर्क से ग्रोथ और प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। कंपनियों को नकदी की बचत होगी।
लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले से ग्लोबल सप्लाई चेन पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। शिपिंग कंपनियां डरी हुई हैं। अगर लंबा रूट लिया जाता है, तो समय और लागत दोनों ही काफी अधिक बढ़ जाएंगी। इससे महंगाई बढ़ने का खतरा है।
यह सुस्ती ऐसे समय में आई है, जब दुनिया विनाशकारी कोविड-19 महामारी के प्रकोप से पूरी तरह उबर नहीं पाई है।
टाटा स्टील ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020-21 के दौरान इस्पात की मांग में भारी कमी आने की आशंका है।
साल के उत्तरार्ध में अगर कोई उचित तरीका नहीं उठाया गया, तो सोशल दूरी को बनाए रखने का समय और लंबा होगा। यह आर्थिक विकास के अनुमान को कम करने के पीछे का कारण है।
आईएमएफ द्वारा बुधवार को जारी अनुमानों के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में इस साल 4.9 प्रतिशत की कमी होगी, जबकि अप्रैल में अपनी पिछली रिपोर्ट में उसने तीन प्रतिशत कमी का अनुमान जताया था।
रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति आय में 3.6 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। इससे करोड़ों लोग गरीबी की दलदल में फंसेंगे।
भारत और चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती से गहरा हुआ मंदी का असर
क्रिस्टालिना जॉजीर्वा ने फंड के वार्षिक स्प्रिंग मीटिंग के एक वर्चुअल एडिशन के माध्यम से कहा, हम "हम असाधारण समय के दौरान मिलते हैं और असाधारण समय असाधारण कार्रवाई की मांग करता है।"
जी20 देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए इससे लड़ने के लिये विश्व की अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर खर्च करने का बृहस्पतिवार को ऐलान किया।
ECB ने वायरस को लेकर देशों से मिलकर कदम उठाने को कहा
पाकिस्तान में बीते शुक्रवार को पीली धातु यानी सोने की कीमत अपने उच्चतम स्तर 93,650 रुपए प्रति तोला (11.66 ग्राम) पर पहुंच गई।
भारत और ब्राजील जैसी बड़ी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में नरमी का असर अधिक ही देखने को मिल रहा है। चीन की आर्थिक वृद्धि दर भी धीरे-धीरे गिर रही है।
विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं (जी20) के नेताओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष बढ़ते जोखिमों के प्रति आगाह करते हुए शनिवार को दुनिया में मुक्त एवं स्थिर व्यापारिक माहौल तथा डब्ल्यूटीओ में सुधार की वकालत की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गठित नई सरकार के लिये मौजूदा कठिन आर्थिक परिस्थितियों में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने योग्य दायरे में रखकर बजट तैयार करने की बड़ी चुनौती होगी।
अमेरिका व्यापार विवाद में चीन के साथ आगे और बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी तरह के संभावित करार के लिए दोनों देशों के शीर्ष नेताओं को इस माह के अंत में होने वाली बैठक तक इंतजार करना होगा।
विश्व बैंक ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को आसमान पर धुंध छाना बताते हुए इस साल के लिए वैश्विक आर्थिक वृद्धि का पूर्वानुमान पिछले साल के तीन प्रतिशत के मुकाबले 2.9 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि, विश्व बैंक के मुताबिक भारत की GDP वित्त वर्ष 2018-19 में 7.3 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।
लेटेस्ट न्यूज़