रिपोर्ट में आर्थिक वृद्धि के लिए एक नए दृष्टिकोण का आह्वान किया गया जो दीर्घकालिक स्थिरता और समानता, गति और गुणवत्ता की जांच के साथ दक्षता को संतुलित करे।
IMF Recession: 6 अप्रैल को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी कहा था कि अमेरिकी बैंक के दिवालिया होने से महंगाई पर असर पड़ा है। अब आईएमएफ ने भी मुहर लगा दी है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख ने रविवार को कहा कि इस साल कोरोना वायरस से फैली महामारी वैश्विक आर्थिक वृद्धि को नुकसान पहुंचा सकती है, लेकिन इसके बाद तेजी से आर्थिक सुधार देखने को मिल सकता है।
विश्व बैंक ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को आसमान पर धुंध छाना बताते हुए इस साल के लिए वैश्विक आर्थिक वृद्धि का पूर्वानुमान पिछले साल के तीन प्रतिशत के मुकाबले 2.9 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि, विश्व बैंक के मुताबिक भारत की GDP वित्त वर्ष 2018-19 में 7.3 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।
2040 तक भारत क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
2017 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 2.7 प्रतिशत बढ़ेगी। विश्व व्यापार में ठहराव, निवेश में सुस्ती और अनिश्चितताओं के चलते यह वर्ष भी चुनौतियों भरा रहेगा।
जी-20 के वित्त प्रमुखों ने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने (ब्रेक्जिट) के निर्णय से वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये जोखिम बढ़ा है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी की हालात गंभीर और चिंताजनक है। इसके कारण विभिन्न देश अपनी प्रणालियों के लिए सुरक्षात्मक उपाय कर रहे हैं।
एडीबी के मुताबिक भारत की ग्रोथ दर अगले वित्त वर्ष में घटकर 7.4 फीसदी रह जाएगी। हालांकि, भारत दुनिया में सबसे तेज ग्रोथ करने वाला देश बना रह सकता है।
क्रिस्टीन लेगार्ड ने भारत में लगातार आर्थिक सुधार प्रक्रिया की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत का सितारा बुलंद है।
ग्लोबल अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव के बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत को स्थायित्व की स्थली करार दिया है। सरकार ने भारत में ईज ऑफ डूइंग पर जोर दिया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 2016-17 के दौरान 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है। मूडीज के मुताबिक चीन में आई मंदी जैसी समस्या से निपटने के लिए भारत तैयार है
पीएम नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया आर्थिक संकट से गुजर रही है
क्रूड की कीमतों में गिरावट और गहराती जा रही है। बुधवार को क्रूड 2003 के बाद पहली बार 27 डॉलर के नीचे फिसल गया। इस साल कीमत 25 फीसदी से अधिक गिर चुकी है।
IMF अगले वित्त वर्ष के लिए भारत की डीजीपी ग्रोथ 7.5 रहने के अपने पहले के अनुमान को कायम रखा है। भारतीय अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं होगा।
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