नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि बंदरगाहों और उनके निकट औद्योगिकी शहर स्थापित करने में निवेश से आर्थिक वृद्धि दर में 1.4 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है।
अरूण जेटली ने कहा है कि भारत की 7.5 फीसदी की मौजूदा विकास दर उसकी अपनी जरूरत के स्तर के हिसाब से काफी नहीं है और देश में बेहतर करने की क्षमता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में 8-10 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने क्षमता है। सुब्रमण्यम ने कहा, प्रमुख शक्ति बनने के लिए तेजी से वृद्धि करने की जरूरत है।
उद्योग मंडल सीआईआई ने जीडीपी आंकलन के तरीके को अधूरा फार्मूला बताया है। वहीं, देश की आर्थिक ग्रोथ दर चालू वित्त वर्ष में 8.0 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।
RBI ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अनुकूल मानसून के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था 7.6 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज करेगी।
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में जीएसटी पारित होने की उम्मीद जताई है। इससे जीडीपी में 1.5-2.0% की बढ़ोतरी होगी।
एडीबी के मुताबिक भारत की ग्रोथ दर अगले वित्त वर्ष में घटकर 7.4 फीसदी रह जाएगी। हालांकि, भारत दुनिया में सबसे तेज ग्रोथ करने वाला देश बना रह सकता है।
मोदी ने भारत की आर्थिक ग्रोथ दुनिया में सबसे ऊंची होने के दावे पर सवाल उठाने वालों को ऋण प्रवाह और एफडीआई में तेजी जैसे आंकड़ों के साथ जोरदार जवाब दिया।
भारतीय अर्थव्यवस्था के वर्ष 2016-17 में 7.2 फीसदी ग्रोथ हासिल करने की उम्मीद है। यह आंकड़ा सीएसओ के चालू वित्त वर्ष के ग्रोथ अनुमान 7.6 फीसदी से कम है।
फरवरी में सोने का आयात 29.49 फीसदी घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले जनवरी में इसमें तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आयात कम होने से कैड पर अंकुश लगेगा है।
आईएमएफ ने भारत के फिस्कल लक्ष्यों को उचित करार दिया है। अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाना सही तरीका है।
अरुण जेटली ने लोकसभा में इकोनॉमिक सर्वे 2015-16 पेश कर दिया। इकोनॉमिक सर्वे में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 7-7.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 2016-17 के दौरान 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है। मूडीज के मुताबिक चीन में आई मंदी जैसी समस्या से निपटने के लिए भारत तैयार है
पीएम नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया आर्थिक संकट से गुजर रही है
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में GDP ग्रोथ 7.3 फीसदी रहने के बाद सरकार ने अपना ये अनुमान बढ़ाया है।
भारत सरकार ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2014-15 के लिए अपने वार्षिक आर्थिक वृद्धि दर को संशोधित कर 7.2 फीसदी कर दिया है। पहले 7.3 फीसदी रहने का अनुमान था।
अरुण जेटली ने कहा कि एक मुख्य सुधार जिसपर भारत में अभी काम चल रहा है वह है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और उसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि उतार चढ़ाव वैश्विक नियम बन गया है। लेकिन भारत निश्चित रूप से अनुकूल वैश्विक माहौल में 8-9 फीसदी की ग्रोथ हासिल कर सकता है।
रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने आज कहा कि अगले वित्त वर्ष में भारतीय जीडीपी ग्रोथ की दर 7.9 फीसदी रहने का अनुमान है
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि एनडीए सरकार की 7.1 फीसदी बढ़ोतरी के ताजा अनुमान के उलट वर्ष 2015-16 में आर्थिक ग्रोथ 7 प्रतिशत से नीचे रह सकती है।
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