बेहतर मानसून, तेज सुधार और केन्द्र में समय पर निर्णय होने से भारत की जीडीपी ग्रोथ दर इस वित्त वर्ष की आने वाली बाकी तिमाहियों में 8 प्रतिशत से ऊपर होगी।
करीब आठ साल पहले 2008 की वैश्विक मंदी के बाद से भारत में वेतन वृद्धि मात्र 0.2 फीसदी रही है, वहीं इस दौरान GDP में 63.8 फीसदी की वृद्धि हुई है।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों को लेकर हो रही आलोचना को अरूण जेटली ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सीएसओ एक पेशेवर संगठन है।
भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 2016-17 की अप्रैल-जून तिमाही में 7.1 फीसदी रही। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह दर 7.5 फीसदी थी।
मानसून की बारिश अच्छी रहने से चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 7.8 फीसदी रहने की उम्मीद है। फिक्की ने यह अनुमान व्यक्त किया है।
RBI ने कहा है कि भारत का आर्थिक वृद्धि परिदृश्य पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर नजर आता है और 2016-17 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6% रहने की उम्मीद है।
मानसून बेहतर रहने के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष में करीब 8 फीसदी की वृद्धि दर दर्ज करने की उम्मीद है। दास ने कहा, अच्छी बारिश हुई है।
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि बेहतर मानसून, सरकारी वेतनमान में वृद्धि के चलते मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.9 फीसदी रहने का अनुमान है।
इंडिया रेटिंग ने बेहतर मानसून को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए देश की आर्थिक ग्रोथ दर के अनुमान को संशोधित कर 7.8 फीसदी कर दिया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है और यह अगले दो साल में 7.5 फीसदी की ग्रोथ दर हासिल करने की राह पर है।
मूडीज इंवेस्टर सर्विस ने कहा कि कारोबार माहौल को बेहतर होने और महंगाई दर में नरमी से भारत को मजबूत ग्रोथ हासिल करने में मदद मिलेगी। बैंक में जोखिम बरकरार।
मूडीज वर्ष 2016 में भारत की ग्रोथ 7.5% रहने के पूर्वानुमान को बरकरार रखा है। वहीं मौद्रिक समर्थन के चलते चीन की ग्रोथ दर 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) आर्थिक वृद्धि के प्रयासों को मजबूती देगा तथा अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ाएगा।
खरीद क्षमता में बढ़ोतरी, खपत सुधार और मौद्रिक रूख में नरमी से देश की आर्थिक ग्रोथ दर रफ्तार पकड़ेगी। वहीं अगले दो साल में महंगाई दर 5 प्रतिशत से नीचे आएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अगले 30 साल तक हर साल आठ फीसदी से अधिक की आर्थिक वृद्धि हासिल होने से दुनिया की सबसे बेहतर चीजें भारत में होंगी।
सिटीग्रुप ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि अप्रैल-जून तिमाही में गतिविधियों के संकेतक कमजोर पड़ने के बावजूद 016-17 में जीडीपी वृद्धि दर 7.7 फीसदी रहेगी।
डॉयचे बैंक के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है। बैंक ने इससे पहले 7.6 फीसदी का अनुमान लगाया था।
बेहतर मानसून चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी वृद्धि को 8% के पार पहुंचा सकता है। आर्थिक वृद्धि दर 2015-16 के 7.6% के मुकाबले 1% तक ऊपर जा सकती है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत में छह प्रमुख क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाने की जरूरत पर बल देते हुए आगाह किया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने 2016-17 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया है।
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