देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में सुधरकर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी, जबकि 1018-19 में यह 7.7 प्रतिशत पर पहुंचेगी।
शुक्रवार को सेंसेक्स 136 अंक बढ़कर 31273 के नए शिखर पर पहुंचकर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 37 अंक की तेजी के साथ 9653 के रिकॉर्ड स्तर पर क्लोज हुआ।
अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई है। शुक्रवार को सेंसेक्स, निफ्टी रिकॉर्ड स्तर पर खुले है
गुरुवार को सेंसेक्स 8 अंक की मामूली गिरावट के साथ 31137 पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 5 अंक गिरकर 9616 के स्तर पर बंद हुआ।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चौथी तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट में गिरावट के पीछे नोटबंदी का प्रभाव होने की बात को नकारते हुए कहा कि इसके कई अन्य कारण भी हैं।
अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले मिलेजुले संकेतों और कमजोर घरेलू GDP के आंकड़ों के चलते शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। सेंसेक्स 30 अंक नीचे है।
सरकार ने बताया कि 2016-17 में नए आधार वर्ष के मुताबिक GDP वृद्धि 7.1 प्रतिशत रही। वहीं चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में जीडीपी वृद्धि 6.1 प्रतिशत रही।
Moodys ने अपनी ग्लोबल मैक्रो आउटलुक रिपोर्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत यह दर्शाती है कि नोटबंदी के बावजूद सरकार की लोकप्रियता बनी हुई है।
नोमूरा ने कहा है कि देश की जीडीपी वृद्धि दर इससे पिछली तिमाही के 7.6 प्रतिशत से घटकर जनवरी-मार्च की तिमाही में 7.2 प्रतिशत पर आ जाएगी।
विश्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। 2019-20 में इसके बढ़कर 7.7% हो जाने की संभावना है।
देश की आर्थिक वृद्धि दर 2015-16 और 2016-17 के लिए नई IIP और GDP श्रृंखला के कारण संशोधित कर क्रमश: 8.3 फीसदी और 7.6 फीसदी किए जाने की संभावना है।
नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहली बार 300 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गई है। साथ ही पांच प्रतिशत से अधिक की जीडीपी की वृद्धि दर्ज की है।
भारतीय अर्थव्यवस्था उत्पादक वृद्धि के दौर में प्रवेश कर रही है जिसके चलते उसकी GDP ग्रोथ दिसंबर 2017 तक बढ़कर 7.9 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।
फिक्की के सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2017-18 में लगभग 7.4 फीसदी रहेगी।
वित्त सचिव अशोक लवासा का कहना है कि देश की वृहद आर्थिक बुनियाद काफी मजबूत है जिससे 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.5 प्रतिशत से अधिक रह सकती है।
2018 से 2024 के बीच, तकरीबन 6 करोड़ नए घर बनाने की तैयारी है, इनमें से अधिकांश सरकार के अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोग्राम के तहत आएंगे।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी अपने आप में कालेधन के सृजन पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त नहीं है और अन्य कदमों की भी जरूरत है।
अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। बुधवार रात को खत्म हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत के लिए अपनी सरकारी रेटिंग बीबीबी- पर अपरिवर्तित रखी जिसके भावी परिदृश्य को स्थिर बताया गया है।
टेलीकॉम कंपनियों की परंपरागत सेवाओं से आय 2026 तक बढ़कर 63 अरब डॉलर (4 लाख करोड़ रुपए) पहुंच जाने का अनुमान है। वॉयस और डाटा से होगी कमाई।
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