भारतीय अर्थव्यवस्था उत्पादक वृद्धि के दौर में प्रवेश कर रही है जिसके चलते उसकी GDP ग्रोथ दिसंबर 2017 तक बढ़कर 7.9 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।
फिक्की के सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2017-18 में लगभग 7.4 फीसदी रहेगी।
वित्त सचिव अशोक लवासा का कहना है कि देश की वृहद आर्थिक बुनियाद काफी मजबूत है जिससे 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.5 प्रतिशत से अधिक रह सकती है।
2018 से 2024 के बीच, तकरीबन 6 करोड़ नए घर बनाने की तैयारी है, इनमें से अधिकांश सरकार के अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोग्राम के तहत आएंगे।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी अपने आप में कालेधन के सृजन पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त नहीं है और अन्य कदमों की भी जरूरत है।
अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। बुधवार रात को खत्म हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत के लिए अपनी सरकारी रेटिंग बीबीबी- पर अपरिवर्तित रखी जिसके भावी परिदृश्य को स्थिर बताया गया है।
टेलीकॉम कंपनियों की परंपरागत सेवाओं से आय 2026 तक बढ़कर 63 अरब डॉलर (4 लाख करोड़ रुपए) पहुंच जाने का अनुमान है। वॉयस और डाटा से होगी कमाई।
डॉयचे बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, मध्यम अवधि में भारत के ऋण-सकल घरेलू उत्पाद (GDP) अनुपात में लगातार सुधार की उम्मीद है।
देश में 8 फीसदी सालाना ग्रोथ रेट के हिसाब से अर्थव्यवस्था का आकार 2030 तक तीन गुना से अधिक 7,250 अरब डॉलर या 469 लाख करोड़ रुपए हो जाने का अनुमान है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर (GDP) चालू वित्त वर्ष में 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
विदेशों में काम कर रहे भारतीयों द्वारा अपने घर यानी भारत भेजे जाने वाले धन (रेमिटेंस) में बीते साल 8.9 प्रतिशत की गिरावट आई है।
सुब्रमण्यम ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान की गई नोटबंदी के वास्तविक असर के आकलन में अभी कुछ महीने लग सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वर्ष 2017 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 0.4 प्रतिशत घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है।
विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, GST के क्रियान्वयन से भारतीय अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी और 2017-18 में देश की GDP ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी पर पहुंच जाएगी।
चीन ने 2017 की पहली तिमाही में 33.4 लाख नए रोजगार पैदा किए हैं। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक यह पिछले साल के मुकाबले 1,60,000 अधिक है।
भारत का चालू खाते का घाटा (सीएडी) बढ़ने का अनुमान है। नोमुरा के मुताबिक इस साल सीएडी बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.6 प्रतिशत पहुंचने की संभावना है।
Moody’s ने कहा है कि यदि भारत वित्तीय अनुशासन को अपनाने के साथ ही FRBM के सुझावों के अनुरूप वित्तीय परिषद का गठन करता है तो क्रेडिट आउटलुक में सुधार आएगा।
राजकोषीय जवाबदेही रूपरेखा के अनुकरण के मामले में केंद्र के मुकाबले राज्यों का रिकॉर्ड बेहतर है और घाटा लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अधिक ढ़ील दी जा सकती है।
जापान की फाइनेंस कंपनी नोमुरा ने भारत की जीडीपी ग्रोथ घटने का अनुमान लगाया है। नोमुरा के मुताबिक मार्च तिमाही में ग्रोथ 6.7 फीसदी रह सकती है।
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