विनिर्माण क्षेत्र में नये आर्डर मिलने, उत्पादन और रोजगार गतिविधियां बढ़ने से अगस्त में उछाल दर्ज किया गया। पीएमआई आंकड़ों में यह बात सामने आई है।
भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की विकास दर वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में घटकर 5.7 प्रतिशत रही है।
नोमुरा का कहना है कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में आने वाली तिमाहियों में स्थिति में सुधार होगा जिससे चालू वित्त वर्ष के दौरान GDP ग्रोथ 6.9 फीसदी रहने का अनुमान है।
नए ऑर्डर मिलने से जून माह के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में जोरदार उछाल आया है और इस क्षेत्र का PMI आंकड़ा 53.1 अंक पर पहुंच गया।
ग्राहकों की मांग कमजोर रहने और GST से जुड़ी चिंताओं के चलते जून माह में विनिर्माण क्षेत्र की ग्रोथ (मैन्युफैक्चरिंग PMI) चार माह के न्यूनतम स्तर तक गिर गई
मूडीज ने कहा है कि GST व्यवस्था को लागू करना भारत की रेटिंग के लिए सकारात्मक कदम है। इससे GDP ग्रोथ की गति और तेज होगी और कर राजस्व में वृद्धि होगी।
गत वर्ष नवंबर में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट बंद किए जाने का खर्च पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ा, जिसकी वजह से जनवरी-मार्च तिमाही की वृद्धि धीमी पड़ी।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान के फाइनल क्रिकेट मैच से पहले देश में ऐडवर्टाइजिंग प्राइस 10 गुना तक बढ़ गए है।
देश का चालू खाता घाटा (CAD) वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में बढ़कर 3.4 अरब डॉलर रहा है जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 0.6 प्रतिशत के बराबर है।
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने इस साल दूसरी बार फिर से ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है।फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25% की बढ़ोतरी की है।
IT और FMCG शेयरों में बिकवाली बढ़ने से घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर फिसल गए है। BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 20अंक बढ़कर 31251 के स्तर पर आ गया है।
PWC की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 से 2021 के बीच भारतीय मीडिया व मनोरंजन क्षेत्र 10.5 फीसदी की चक्रवृद्धि सालाना वृद्धि दर CAGR से बढ़ेगा
RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के SLR में कटौती के बाद बैंकिंग शेयरों में लौटी खरीदारी के चलते सेंसेक्स 81 अंक बढ़कर 31271 पर बंद।
अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 80 अंक उछला।
RBI बुधवार ब्याज दरों में कटौती नहीं करेगा, लेकिन उसके महंगाई के अनुमान में कटौती करने का ऐलान कर सकता है। ऐसे में महंगाई घटने से ब्याज दरें कम हो सकती है।
बुधवार आने वाले RBI के फैसले से पहले सेंसेक्स 119 अंक गिरकर 31190 के स्तर पर और निफ्टी 38 अंक लुढ़ककर 9637 के स्तर पर बंद हुआ है।
सेंसेक्स 120 अंक गिरकर 31203 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 40 अंक लुढ़ककर 9650 के नीचे फिसल गया है।
विश्वबैंक ने एक रिपोर्ट में यह कहा है कि नोटबंदी से भारत को राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसका कारण यह है कि इससे अधिक से अधिक लोग कर के दायरे में आएंगे।
वैश्विक वित्तीय संस्थान HSBC ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की GDP ग्रोथ रेट 7.1 फीसदी पर स्थित रहने का अनुमान लगाया है।
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