इस को-ऑपरेटिव की शुरुआत दो छोटे गांवों में केवल 250 लीटर दूध प्रतिदिन के संग्रह के साथ 1946 में हुई थी, आज यह 2.9 करोड़ लीटर दूध प्रतिदिन को संभाल रही है।
अमूल बहुत छोटे से निवेश और अच्छे कारोबार कौशल के साथ किसी भी व्यक्ति को फ्रेंचाइजी बनने का मौका देती है। इसके लिए बहुत कम निवेश और कार्यशील पूंजी की आवश्यकता होगी।
अमूल की सदस्य यूनियनों ने वर्तमान में 350 लाख लीटर प्रतिदिन की दूध प्रोसेसिंग क्षमता को अगले दो सालों में बढ़ाकर 380-400 लाख लीटर प्रतिदिन करने की योजना बनाई है।
हाइवे किनारे चल रही शराब की दुकानों पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश 1 अप्रैल से लागू होने के बाद अमूल इंडिया ने इन दुकानों को मिल्क बार खोलने का विकल्प दिया है।
अमूल (Amul) ब्रांड के तहत डेयरी उत्पादों की बिक्री करने वाली GCMMF ने शनिवार को आइसक्रीम पर बने अपने नए टीवी विज्ञापन का बचाव किया है।
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