इसके साथ ही शेयर बाजारों ने कहा कि एएसएम के तहत कंपनी का चयन विशुद्ध रूप से बाजार निगरानी के आधार पर किया जाता है और इसे उस कंपनी के खिलाफ प्रतिकूल कदम के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
अडाणी एंटरप्राइजेज लि.(एईएल) का शेयर बृहस्पतिवार को बीएसई में 1,564.70 रुपये पर बंद हुआ। एफपीओ के तहत जिस मूल्य पर निवेशकों को शेयर की पेशकश की गयी थी, यह उसका आधा है।
डानी समूह में गिरावट को देखते हुए RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने स्थानीय बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों, सरकार और बैंकिंग स्रोतों में उनके जोखिम का विवरण मांगा है।
रिजर्व बैंक ने सभी बैकों से पूछा है कि उन्होंने अडानी समूह को किस क्षेत्र में और कितना लोन दिया है और अभी उसके कितने कर्ज की वापसी हो गई है।
शेयर बाजार में अडानी समूह की अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी ग्रीन एनर्जी, अदानी पोर्ट्स और एसईजेड, अदानी ट्रांसमिशन, अदानी कुल गैस, अदानी पावर, अदानी विल्मर शामिल हैं।
मेरे लिये ये ज़रूरी है कि मैं ये कबूल करूं कि मैंने ज़िंदगी में जो भी छोटी उपलब्धि हासिल की है, वो निवेशकों के भरोसे की वजह से है। मेरी सारी कामयाबी उनकी कामयाबी है।
एक प्रेस नोट में इसे भ्रम फैलानेवाली खबर बताया गया है। प्रेस नोट में कहा गया है कि अंबुजा या एसीसी का कोई भी शेयर प्रमोटरों द्वारा गिरवी नहीं रखा गया है।
अडानी ग्रुप ने अपना 20 हजार करोड़ का FPO कैंसिल कर दिया है और कहा है कि मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इस फैसले पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट का बहुत असर नहीं माना जा रहा है क्योंकि इससे अडानी ग्रुप की क्रेडिबिलिटी पर बहुत सवाल नहीं खड़े हुए।
अडानी ग्रुप ने कहा कि ये दस्तावेज ‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छुपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन हैं।’ समूह ने कहा कि ये ‘‘निराधार और शर्मनाक आरोप किसी गुप्त मकसद’’ से लगाए गए हैं।
गौतम अडाणी ने 1988 में अडाणी एक्सपोर्ट्स के तहत एक जिंस व्यापार उद्यम स्थापित किया और इसे 1994 में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध किया। इस फर्म को अब अडाणी एंटरप्राइजेज कहा जाता है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यह रिपोर्ट आने के बाद विविध कारोबार से जुड़े अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
बीते दो कारोबारी सत्रों में अडानी समूह का मार्केट कैप 4.18 ट्रिलियन रुपये घट गया है। अमेरिका स्थित निवेश अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि समूह एक स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजना में शामिल था।
अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाते हुए 88 सवाल पूछे हैं। इस रिपोर्ट के चलते अडानी के शेयरों में हाहाकार मचा है, कंपनी के शेयर 20 प्रतिशत तक टूट चुके हैं, अभी गिरावट जारी है।
दुनिया के सबसे अमीर शख्सों में शुमार गौतम अडाणी की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का एफपीओ आज से खुल गया है।
अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग के अनुसार उसके दो साल के शोध के बाद यह पता चला कि अडाणी समूह दशकों से ‘खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल रहा है।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, अडानी ग्रुप की अधिकांश कंपनियों के स्टॉक में पिछले कुछ वर्षों में एक शानदार रैली रही है। इसके चलते अडानी एशिया के सबसे अमीर इंसान बन गए हैं।
गौतम अडाणी ने बड़ी तेजी से बंदरगाह और कोयला खनन पर केंद्रित अपने साम्राज्य का विस्तार किया और आज वह हवाई अड्डा, डाटा केंद्र और सीमेंट के साथ-साथ हरित ऊर्जा क्षेत्र में भी उतर चुके हैं।
एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी ने एआई को चिप के बाद नया क्षेत्र माना है, जिसमें आगे चलकर जंग कड़ी होने जा रही है।
गौतम अडाणी पोर्ट, सड़क, बिजली के क्षेत्रों में सिक्का जमाने के बाद अब पानी के क्षेत्र में उतरने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज पानी शुद्ध करने, शोधन और वितरण क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रही है।
अडानी की संपत्ति में गिरावट देखी गई है। उन्होंने सिर्फ 10 दिन में 91.2 करोड़ डॉलर गंवा दिए हैं। इसके चलते टॉप-3 की लिस्ट से भी बाहर होना पड़ा है।
लेटेस्ट न्यूज़