ईरान पहले ही मिडिल ईस्ट के देश ओमान तक इस नैचुरल गैस पाइपलाइन का निर्माण कर रहा है। ईरान इस पाइपलाइन को भारत में पोरबंदर तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
पाइपलान का आकार 56 इंच डायमीटर रखने पर सहमति बनी है जो देश में अगले 30-40 वर्षों के लिए एनर्जी जरूरत को पूरा करेगी।
देश की सबसे बड़ी गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड ने 2,433 करोड़ रुपये की पाइपलाइन बिछाकर पश्चिम बंगाल को भारत के गैस मानचित्र पर स्थान दे दिया है।
कुल 14 अरब डॉलर के निवेश में से करीब 10 अरब डॉलर अपतटीय गैस पाइपलाइन में, 2.5 अरब डॉलर उत्तर-दक्षिण पाइपलाइन में तथा शेष राशि का इस्तेमाल भूमिगत भंडार बनाने में किया जाएगा। पाकिस्तान तथा रूस की सरकारी कंपनियों ने 10 अरब डॉलर
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद प्रधान ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए 70,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
पाकिस्तान और रूस ने समुद्र के नीचे गैस पाइपलाइन के व्यवहार्यता अध्ययन के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) को अंतिम रूप दिया है।
भारत और रूस में दुनिया की सबसे महंगी 25 अरब डॉलर की पाइपलाइन के निर्माण की संभावना तलाशने की सहमति बनी है। यह 4,500 से 6,000 किलोमीटर का होगा।
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