व्हाट्सएप एक और खास फीचर लॉन्च करने जा रही है। व्हाट्सएप अब फंड ट्रांसफर की सुविधा पेश करने जा रहा है। यह अपडेट इस साल दिसंबर तक जारी भी किया जा सकता है।
IMPS यानि इमिडिएट पेमेंट सर्विस के जरिए इंटरनेट बैंकिंग इस्तेमाल करने वाले ग्राहक 24 घंटे और सातो दिन कभी भी किसी भी समय पैसा ट्रांस्फर कर सकते हैं।
एप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला ने टेनसेंट होल्डिंग्स के नेतृत्व वाले निवेशक समूह से 1.1 अरब डॉलर की राशि जुटाई है।
शेयरों यानि इक्विटी में निवेश कर आप सबसे अधिक रिटर्न पाते हैं। सोने का रिटर्न देखेंगे तो इसने एक साल में निगेटिव रिटर्न दिया है। रियल एस्टेट की हालत भी छुपी नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसा फैसला सुनाया जिसने आधार से जुड़ी योजनाओं को लेकर असमंजस पैदा कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार है
इससे पहले निवेश सलाहकार कंपनी आईआईएएस ने कहा था कि नीलेकणि को इंफोसिस के गैर कार्यकारी चेयरमैन के रूप में वापस लाया जाना चाहिए।
भारतीय कंपनियां चालू वित्त वर्ष में अब तक कॉरपोरेट्स बांड्स के जरिये कुल 2.2 लाख करोड़ रुपए का धन जुटा चुकी हैं।
बाजार में अपनी बढ़त को लगातार बनाए रखने के लिए ई-वॉलेट सर्विस पेटीएम ने एक और नई सर्विस शुरू कर दी है। पेटीएम की इस सर्विस का नाम पोस्टकार्ड है।
Paytm एक और खास सर्विस लेकर आई है। इसके तहत यूजर अब अपनी कॉन्टेक्ट लिस्ट में शामिल व्यक्ति के प्रोफाइल को खोलकर उसको आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
DCB बैंक ने आज कहा कि उसने विभिन्न अवधि के कर्ज के लिए धन की सीमांत लागत (MCLR) आधारित ऋण की ब्याज दरों में 0.57 प्रतिशत तक की कमी की है।
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने वित्त वर्ष 2016-17 में अपने विज्ञापन बजट का 50 प्रतिशत से भी कम खर्च किया है।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में मई में 10,790 करोड़ रुपए का प्रवाह हुआ, जो दो साल का सर्वाधिक मासिक निवेश है। इसका कारण निवेशकों में बाजार को लेकर भरोसा है।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत कार्य करने वाला SFIO लोन डिफॉल्टर्स के फंड ट्रांसफर मामलों की जांच कर रहा है।
देश के दूसरे सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने 10 जुलाई से यूपीआई के माध्यम से भुगतान करने पर शुल्क लगाने का फैसला किया है।
भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड (सेबी) ने IPO के जरिये जुटाए गए धन के किसी भी प्रकार के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।
भारतीय कंपनियों ने पिछले वित्त वर्ष में कारोबारी जरूरतों की पूर्ति के लिए कॉरपोरेट बांड्स के निजी नियोजन के माध्यम से सात लाख करोड़ रुपए जुटाए
इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश अप्रैल में चार महीने के उच्चस्तर 9,429 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। खुदरा निवेशकों की भागीदारी से निवेश का प्रवाह बढ़ा है।
SBI ने चालू वित्त वर्ष में अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) और पात्र संस्थागत नियोजन (QIP) के जरिये कोष जुटाने की योजना बनाई है।
म्यूचुअल फंडों ने अप्रैल के दौरान शेयरों में 10,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया जो 5 महीने का उच्च्तम निवेश है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि देनदारी में चूक करने वाले को सरकार और प्राधिकारियों के खिलाफ अपने मूल अधिकारों को लागू कराने की मांग को छूट नहीं दी जा सकती।
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