सब्जियों, दालों और दूसरे खाने-पीने की चीजों में आई नरमी से रिटेल महंगाई दर घटकर 3.17 फीसदी पर आ गई है। दिसंबर 2016 में सीपीआई 3.41 फीसदी पर थी।
Tata Motors ने हाइब्रिड तथा इलेक्ट्रिक बस लॉन्च की है। कंपनी ने इलेक्ट्रिक बस और एक हाइब्रिड बस पेश की है। इनकी कीमत 1.6 करोड़ से 2 करोड़ रुपए है।
मर्सिडीज बेंज ने अपनी ए व बी क्लास कारों के नए संस्करण लॉन्च किए हैं। टाटा मोटर्स ने एक पूर्णतया इलेक्ट्रिक बस और एक हाइब्रिड बस पेश की है।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि पेट्रोल पंपों पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर सौदा शुल्क बैंक व तेल विपणन कंपनियां वहन करेंगी, ग्राहक नहीं।
भारत की फ्यूल डिमांड ग्रोथ 2017 में पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी घटने का अनुमान है। नोट को बंद करने से पैदा हुए नकदी संकट की वजह से ऐसा होगा।
अब आप सीएनजी के साथ अपना स्कूटर भी चला सकते हैं। जी हां, महानगर गैस लिमिटेड ने CNG से चलने वाले दुपहिया वाहन लॉन्च किए हैं। ये किट मुंबई में उपलब्ध हैं।
प्राइवेट सेक्टर की देश की सबसे बड़ी इधन कंपनी एस्सार ऑयल की अगले 12 से 18 महीने में पेट्रोल पंप की संख्या दोगुनी कर 5,600 करने की योजना है।
असम सरकार ने पेट्रोल और डीजल की खरीद के लिए डिजिटल भुगतान पर 0.75 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट देने की घोषणा की। अब असमें 1.50 फीसदी छूट मिलेगी।
पेट्रोल के दाम 0.89 रुपए प्रति लीटर बढ़ गए है। जबकि, डीजल प्रति लीटर 0.86 रुपए महंगा हो गया है। नई कीमतें शनिवार आधी रात से लागू हो गई।
सरकार ने देश में 3,500 पेट्रोल पंप स्थापित करने के लिये यूरोप की तीसरी सबसे बड़ी तेल कंपनी बीपी पीएलसी को औपचारिक रूप से लाइसेंस दिया है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के मुताबिक पेट्रोल की कीमतों में 1.34 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 2.37 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
सरकार ने ब्रिटिश पेट्रोलियम (बीपी) को भारत में पेट्रोल और डीजल की रिटेल बिक्री करने की मंजूरी दे दी है। कंपनी देशभर में 3500 पेट्रोल पंप खोलेगी।
डीलर कमीशन बढ़ने से पेट्रोल का दाम आज 14 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया। डीजल भी 10 पैसे लीटर महंगा हुआ है। आधी रात से पेट्रोल 64.72 रुपए प्रति लीटर मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया में पेट्रोल की कीमत 1999 के बाद निचले स्तर पर आ गई है। यह जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट से मिली। 81.4 अमेरिकी सेंट प्रति लीटर रही।
इंडिगो एयरलाइन्स ने माना कि कम कीमत के ईंधन से होने वाले फायदे का संपूर्ण लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया जा रहा है लेकिन उन्हें एक कुछ लाभ जरूर दिया गया है।
भारत में पेट्रोल, डीजल की खपत में तेजी से विस्तार के बीच पेट्रोलियम ईंधन मांग 7.3 फीसदी बढ़ सकती है। इस साल बढ़कर 19 करोड़ 30 हजार टन रह सकती है।
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