पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जहां एक उच्च स्तरीय मीटिंग शुक्रवार से जारी है। वहीं शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी रिकॉर्ड की गई।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि देश में ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय कारकों से हो रही है और अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल तथा डीजल को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाया जाए।
कीमतों में नरमी से बढ़े उपभोग के चलते जून माह के दौरान देश में पेट्रोल व डीजल सहित ईंधन की मांग 8.6 प्रतिशत बढ़ गई।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को कहा है कि कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की ऊंची कीमतें देश की आर्थिक वृद्धि के लिए मुख्य जोखिम हैं। हालांकि पेट्रोल एवं डीजल पर दी जाने वाली छूट में सुधार से जोखिम कम हुआ है।
रुपए में आई कमजोरी से हर उस वस्तु और सेवा के लिए हमें पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी जो विदेशों से आयात होती है। देश में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात होता है जिससे पेट्रोल और डीजल बनता है, यानि पेट्रोल और डीजल के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है।
पेट्रोल-डीजल तथा सब्जियों के दाम बढ़ने से मई महीने में थोक मूल्य आधारित महंगाई दर (WPI) बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर 4.43 प्रतिशत पर पहुंच गयी। थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई दर इस साल अप्रैल महीने में 3.18 प्रतिशत तथा पिछले साल मई महीने में 2.26 प्रतिशत थी।
लगातार चौथे दिन शनिवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी आई है। तेल मार्केटिंग कंपनियों ने शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 9 पैसे प्रति लीटर की कटौती की है। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 78.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 69.11 रुपए प्रति लीटर है
देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने विमान ईंधन की बढ़ती कीमतों के बोझ को कम करने के लिए घरेलू मार्गों पर 400 रुपये प्रति यात्री तक का ईंधन अधिभार लगाने की घोषणा की है। कंपनी के इस कदम से किराए में वृद्धि होगी। इंडिगो पहली कंपनी है जिसने विमान ईंधन की बढ़ी कीमतों का बोझ यात्रियों पर डालने की घोषणा की है
राज्य सरकारें कच्चे तेल के दाम में उछाल के चलते होने वाले अपने संभावित अतिरिक्त राजस्व-लाभ को छोड़ने को तैयार हो तो पेट्रोल 2.65 रुपए और डीजल 2 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ताजा इकोरैप रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में आज लगातार 12वें दिन तेजी आई। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 32 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत 18 पैसे प्रति लीटर बढ़ी है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 6 बजे से नई कीमतें पूरे देशभर में प्रभावी हो गई हैं।
पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए सरकार आज ही कोई कदम उठा सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की लगातार बढ़ती कीमतों की वजह से देश में पेट्रोल, डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं।
श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी (एसटीएफसी) ने आज बताया कि वह हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए ऋण उपलब्ध कराएगी। यह ऋण डिजिटल आधार पर दिया जाएगा।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से देशभर में महंगाई बढ़ने लगी है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के दौरान थोक महंगाई दर (WPI) 4 महीने के ऊपरी स्तर पर दर्ज की गई है।
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) के चेयरमैन संजीव सिंह ने मंगलवार को कहा कि कंपनी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अस्थायी तौर पर स्थिर रखने का फैसला किया है ताकि ईंधन के मूल्य में तीव्र वृद्धि नहीं हो और ग्राहकों में घबराहट न फैले।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि सरकार महंगे होते पेट्रोलियम पदार्थों पर लगातार नजर रखे हुए है और इस बढ़ती कीमतों के बारे में सरकार चिंतित है।
2008-09 के दौरान भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की सालाना खपत 12.41 करोड़ टन थी जो वित्त वर्ष 2016-17 में बढ़कर 17.12 करोड़ टन हो गई है
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
लक्जरी कार बनाने वाली स्वीडन की कंपनी वोल्वो की भारतीय बाजार में भारत स्टेज-6 (BS-VI) मानक की कार अप्रैल 2020 से पहले पेश करने की योजना है।
सरकार ने दिल्ली में BS-VI स्तर के वाहन ईंधन की आपूर्ति निर्धारित समय से दो साल पहले एक अप्रैल 2018 से करने का निर्णय किया है।
अनजाने में हममे से ज्यादतर लोगों ने पेट्रोल पंप पर धोखा खाया होगा। हम आपको कुछ ऐसे कारणों के बारे में बताते हैं, जिसके चलते आपकी जेब को चपत लग जाती है।
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