लगातार तीसरे दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की गई है। दिल्ली में 22 को बंद रहेंगे 400 पेट्रोल पंप।
केंद्र सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने से जो राहत की उम्मीद बंधी थी वह धूमिल होती प्रतीत हो रही है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई तेजी फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल एक बार फिर 22 पैसे महंगा हो गया।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जहां एक उच्च स्तरीय मीटिंग शुक्रवार से जारी है। वहीं शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी रिकॉर्ड की गई।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि देश में ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय कारकों से हो रही है और अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल तथा डीजल को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाया जाए।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को कहा है कि कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की ऊंची कीमतें देश की आर्थिक वृद्धि के लिए मुख्य जोखिम हैं। हालांकि पेट्रोल एवं डीजल पर दी जाने वाली छूट में सुधार से जोखिम कम हुआ है।
रुपए में आई कमजोरी से हर उस वस्तु और सेवा के लिए हमें पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी जो विदेशों से आयात होती है। देश में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात होता है जिससे पेट्रोल और डीजल बनता है, यानि पेट्रोल और डीजल के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है।
लगातार चौथे दिन शनिवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी आई है। तेल मार्केटिंग कंपनियों ने शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 9 पैसे प्रति लीटर की कटौती की है। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 78.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 69.11 रुपए प्रति लीटर है
राज्य सरकारें कच्चे तेल के दाम में उछाल के चलते होने वाले अपने संभावित अतिरिक्त राजस्व-लाभ को छोड़ने को तैयार हो तो पेट्रोल 2.65 रुपए और डीजल 2 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ताजा इकोरैप रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में आज लगातार 12वें दिन तेजी आई। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 32 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत 18 पैसे प्रति लीटर बढ़ी है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 6 बजे से नई कीमतें पूरे देशभर में प्रभावी हो गई हैं।
पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए सरकार आज ही कोई कदम उठा सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की लगातार बढ़ती कीमतों की वजह से देश में पेट्रोल, डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) के चेयरमैन संजीव सिंह ने मंगलवार को कहा कि कंपनी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अस्थायी तौर पर स्थिर रखने का फैसला किया है ताकि ईंधन के मूल्य में तीव्र वृद्धि नहीं हो और ग्राहकों में घबराहट न फैले।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि सरकार महंगे होते पेट्रोलियम पदार्थों पर लगातार नजर रखे हुए है और इस बढ़ती कीमतों के बारे में सरकार चिंतित है।
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा दैनिक आधार पर लागू किए जाने के बाद से ईंधन की कीमतों में 8 फीसदी की तेजी आई है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने पर विचार कर रही है।
महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हो जाएंगी क्योंकि राज्य सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर स्टेट सरचार्ज घटाए जाने का निर्णय किया है।
1 जुलाई से दक्षिण भारत में सबसे सस्ता पेट्रोल कर्नाटक में मिल रहा है। कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की वजह एंट्री टैक्स का समाप्त होना है।
क्या आप जानते है कि एक लीटर पेट्रोल-डीजल पर सरकार 153 फीसदी टैक्स लगाकर बेचती है। फिलहाल दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 68.07 रुपए है।
एक लीटर पेट्रोल पर 153 फीसदी टैक्स लगाकर बेचती है सरकार, जानिए क्या होती है असली कीमत
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