कार खरीदने के बाद फ्यूल का खर्च ज्यादातर कार ओनर के लिए एक चुनौती होती है। ईंधन पर खर्च को यहां कैलकुलेशन से समझा जा सकता है।
पेट्रोल के मुकाबले सीएनजी करीब 25 प्रतिशत ज्यादा माइलेज उपलब्ध कराती है। ऐसे में यह मार्जिन पैसे की बचत कराते हैं। इस बचत को कैलकुलेशन से आसानी से समझा जा सकता है।
E20 Fuel Vehicles: भारत सरकार ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने बेंगलुरु में इसका उद्घाटन किया है। आइए जानते हैं कि E20 Vehicles क्या है और कैसे तैयार किया जाता है?
पेट्रोल पम्प के शातिक कर्मचारी बड़ी चालाकी से ग्राहकों को चूना लगाते हैं। तेल भरवाने आए ग्राहकों को पता ही नहीं चल पाता कि कब किसी ने उनकी जेब काट ली। डीजल-पेट्रोल भरवाने आए कर्मचारियों को 5 बातें हमेशा ध्यान रखनी चाहिए।
अगर आप घर पर फ्यूल प्रेशर टेस्ट करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक आसान तरीका बतलाएंगे जिससे आप आसानी से फ्यूल प्रेशर टेस्ट कर सकते हैं। फ्यूल पंप के परफॉर्मेंस की हमेशा जांच होनी चाहिए। इससे आप महंगे खर्च और अन्य समस्या से बच सकते हैं।
नॉर्मल पेट्रोल से पावर पेट्रोल अलग और महंगा होता है। महंगा इसलिए होता है क्योंकि उसकी क्वालिटी नॉर्मल पेट्रोल से अच्छी होती है। नॉर्मल पेट्रोल के मुकाबले पावर पेट्रोल हमारे पर्यावरण के लिए लाभदायक होता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
एक कंपनी ने गाय के गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बना लिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि गाय के गोबर से तैयार बायो मीथेन ईंधन से 270 बीएचपी का ट्रैक्टर भी आसानी से चलाया जा सकता है। आइए इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
सीएनजी न केवल पर्यावरण और आपकी कार के लिए अच्छा है बल्कि सुरक्षा के नजरिए से भी एक बेहतरीन फ्यूल है। आज हम आपको बताएंगे कि कीमत और सुरक्षा के लिहाज से ये कितना बढ़िया है और इंजन के लिए कितना अच्छा है।
विमान ईंधन की मांग भी एक साल पहले की तुलना में एक से 15 अक्टूबर के बीच 22.1 प्रतिशत उछलकर 264,00 टन हो गई।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। ब्रेंट कच्चा तेल पांच नवंबर, 2021 को 82.74 डॉलर प्रति बैरल पर था। उसके बाद से इसके दाम बढ़ रहे हैं और यह 85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।
गडकरी ने कहा, पेट्रोलियम आयात को कम करने के लिए मैं अगले दो-तीन दिन में एक आदेश पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं
गडकरी ने दावा किया कि सभी वाहन विनिर्माताओं के लिए फ्लेक्स-ईंधन इंजन बनाना अनिवार्य होने के बाद वाहनों की लागत नहीं बढ़ेगी।
इंडिया टीवी पैसा की टीम आपके लिए ऐसी कारों के विकल्प लेकर आई है जो शानदार माइलेज देती हैं।
यदि विकल्पों की बात की जाए तो मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और हुंडई की हैचबैक कारें आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकती है।
थोक कीमतों पर आधारिक महंगाई दर अगस्त में 11.39 प्रतिशत थी, जबकि सितंबर 2020 में थोक कीमतों पर आधारित महंगाई दर 1.32 फीसदी थी।
सरकार ने उच्चतम न्यायलय में एक शपथपत्र दिया है, सरकार के मुताबिक न्यायालय से मंजूरी के बाद ऐसे इंजनों का निर्माण अनिवार्य हो जायेगा।
आगे भी कंपनी का ध्यान वाहनों के प्रदर्शन से समझौता किए बिना ईंधन दक्षता हासिल करने पर रहेगा। वास्तव में, पिछले कुछ वर्षों में मारुति के वाहनों का प्रदर्शन बेहतर हुआ है।
लोग आज सार्वजनिक परिवहन की तुलना में अपने निजी वाहनों का इस्तेमाल करने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
थोक खाद्य महंगाई दर 4.46 प्रतिशत पर रही है जो कि एक महीने पहले 6.66 प्रतिशत पर थी। पिछले साल के मुकाबले धान, गेहूं, सब्जियां, फलों की थोक कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
एसबीआई कार्ड्स पर खर्च के विश्लेषण से पता चलता है कि ईंधन पर खर्च बढ़ोतरी को पूरा करने के लिए गैर-विवेकाधीन स्वास्थ्य पर खर्च में कटौती हो रही है।
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