भारतीय रेलवे फिलहाल सबसे लंबी ट्रेन वासुकी ऑपरेट कर रही है जो 5 मालगाड़ियों के बराबर लंबी है, वहीं एक और ट्रेन शेषनाग 4 मालगाड़ियों के बराबर लंबी है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक पिछले 18 महीनों में माल ढ़ुलाई की गति दोगुनी हुई है। वहीं 4 सेक्शन में माल गाड़ियों की गति 50 किलो मीटर प्रति घंटे से अधिक दर्ज की गयी है
मई 2021 में माल गाड़ियों की औसत गति 45.42 किमी प्रति घंटे रही है जो पिछले साल की समान अवधि की 36.84 किमी प्रति घंटे की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है।
रेलवे के मुताबिक बीडीयू के प्रयासों से अब कई ऐसी वस्तुओं का भी रेलमार्ग से परिवहन प्रारंभ हुआ है, जिसका परिवहन अब तक सड़क मार्ग द्वारा किया जा रहा था। इन वस्तुओं में साड़ी, चिरौंजी, पेपर रोल, मोटर पम्प एवं पीतल निर्मित सामान शामिल हैं
इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी उपस्थित रहेंगे। ईडीएफसी के भाउपुर-न्यू खुर्जा खंड का निर्माण 5,750 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था।
पिछले साल, देहलीवेरी ने सॉफ्टबैंक विजन फंड के नेतृत्व में आयोजित फंडिंग राउंड में 2766.82 करोड़ रुपये की राशि जुटाने की घोषणा की थी।
नवंबर के दौरान मालढुलाई 2020 के अब तक के सर्वोच्च शिखर पर पहुंच गई है। वहीं इसमें पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 9 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। आंकड़ों के मुताबिक नवंबर 2020 में भारतीय रेलवे के द्वारा माल ढुलाई करीब 11 करोड़ टन रही है।
अध्ययन के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 से वित्त वर्ष 2023-24 के बीच रेलवे की आय की वार्षिक वृद्धि दर 10-12 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
सितंबर महीने के पहले 6 दिनों में भारतीय रेलवे द्वारा की गई मालढुलाई पिछले साल की इसी अवधि से 11 फीसदी ज्यादा है। इसके साथ ही इस अवधि में रेलवे के द्वारा मालढुलाई से आय भी पिछले साल के मुकाबले 7.5 फीसदी बढ़ गई है।
भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए उसने ऑल-इंडिया टेलीफोन नंबर जारी किया है।
आवश्यक वस्तुओं की भारी मांग को देखते हुए और सड़क मार्ग से माल की आवाजाही बहुत कम होने के चलते इन मालगाड़ियों को फलों, सब्जियों, खाद्यान्नों, नमक और चीनी जैसी जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मुक्त कराना जरूरी है।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने मालगाड़ियों का परिचालन तय समय के अनुसार करने के लिए अलग ट्रैक की जरूरत बताते हुए कहा कि अगर मालगाड़ियां देर से पहुंती हैं तो ग्राहकों को हर्जाना दिया जाना चाहिए।
आर्थिक सुस्ती की वजह से टिकट की बुकिंग भी प्रभावित हुई। पिछले साल अप्रैल-सिंतबर के मुकाबले 2019-20 की इसी अवधि में बुकिंग में 1.27 प्रतिशत की गिरावट आई है।
खड़गपुर और विजयवाड़ा खंड के बीच भारत का तीसरा रेल मालढुलाई गलियारा अगले वर्ष तक तैयार हो जाने की संभावना है।
रेलवे अगले साल के प्रारंभ में अपनी तरह का पहला उच्च क्षमता वाला इलेक्ट्रिक इंजन लाएगी जिसका इस्तेमाल मालगाड़ियों की रफ्तार दोगुनी करने के लिए किया जाएगा।
नासिक में इस बार लाल प्याज की बंपर फसल को देखते हुए रेलवे किसानों की मदद के लिए आगे आया है। रेलवे ने ढुलाई के लिए सोमवार से एक और मालगाड़ी उपलब्ध कराई है।
लेटेस्ट न्यूज़