अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को देखते हुए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) सतर्कता बरत रहे हैं। जनवरी में अब तक उन्होंने भारतीय पूंजी बाजार से 2,415 करोड़ रुपए निकाले हैं।
आर्थिक आंकड़ों में गिरावट के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने घरेलू पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल बन गए।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर महीने में भारतीय बाजारों में अबतक 17,722 करोड़ रुपए की पूंजी लगायी है।
भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी नोट्स) के जरिये अक्टूबर में निवेश मामूली बढ़कर 76,773 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के पहले 15 दिन में घरेलू पूंजी बाजारों में 19,203 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के पहले सप्ताह में घरेलू पूंजी बाजारों 12,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर में भारतीय पूंजी बाजारों में शुद्ध रूप से 16,464 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
वैश्विक नरमी और व्यापार युद्ध की आशंकाओं के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर में शुरूआती तीन कारोबारी दिवसों में शेयर बाजार से करीब 3,000 करोड़ रुपए की निकासी की है।
पिछले दो महीनों में लगातार बिकवाली करने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर भारतीय पूंजी बाजार में 7,714 करोड़ रुपए की शुद्ध निवेश किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई महीने में अभी तक भारतीय शेयर बाजारों से 7,712 करोड़ रुपये की निकासी की है।
कर लगने की आशंका से एफपीआई द्वारा मुनाफावसूली किए जाने से शेयर बाजार में बिकवाली का भारी दबाव दिखा।
बजट से पहले के पूर्वानुमानों और वैश्विक स्तर पर छाए व्यापार तनाव के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय बाजार से जुलाई के पहले हफ्ते में 475 करोड़ रुपये की निकासी की है।
इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की चाल आर्थिक आंकड़ों, प्रमुख कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजों और वैश्विक बाजारों से मिलने वाले संकेतों से तय होगी।
FPI ने मार्च में भारतीय पूंजी बाजारों में रिकॉर्ड 57,000 करोड़ रुपए का निवेश किया। निवेशकों को उम्मीद है कि सरकार साहसी कदम उठाएगी।
एफपीआई ने इस महीने अभी तक भारतीय पूंजी बाजार में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। आगे भी निवेश जारी रहने की संभावना है।
निजी क्षेत्र का कोटक महिंद्रा बैंक के निदेशक मंडल ने विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लिए निवेश सीमा बढ़ाने को मंजूरी दे दी है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों एफपीआई ने कराधान को लेकर स्पष्टता के बीच इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों में 14,600 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 182 अंक बढ़कर 26698 पर और निफ्टी 51 अंक बढ़कर 8222 पर बंद है। वहीं, डेन नेटवर्क का शेयर 20% के ऊपरी सर्किट पर बंद हुआ है।
आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर घरेलू और वैश्विक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझान, एफपीआई और डीआईआई, डॉलर की की चाल, कच्चे तेल की कीमतों पर रहेंगी।
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