भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 12 मई को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.55 अरब डॉलर बढ़कर 599.52 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार का मूल्य सप्ताह में 49.4 करोड़ डॉलर घटकर 45.657 अरब डॉलर रह गया।
आपको बता दें कि अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशीमुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपये की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से बाद में इसमें गिरावट आई थी।
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार में लगातार चौथे सप्ताह गिरावट जारी रही और स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 6.6 करोड़ डॉलर घटकर 41.751 अरब डॉलर रह गया।
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार में लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट जारी रही और स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 1.045 अरब डॉलर घटकर 41.817 अरब डॉलर रह गया।
पाकिस्तान के पास जो फॉरेक्स रिजर्व है, वह एक महीने का आयात के लिए काफी नहीं है। पाकिस्तान में जरूरी चीजों का आयात बंद है वहीं खाने पीने के सामानों की किल्लत हो रही है।
इस महीने भारत के लिए ये दूसरी सबसे अच्छी खबर आई है। पहली खबर ये थी, जिसमें भारत में महंगाई के आंकड़ों में गिरावट देखी गई थी। अब विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। जो 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया।
Indian Foreign Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी रहने के बीच 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया है।
AIBEA के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने इंदौर में संगठन की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद कहा, ‘‘सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार कम होता जा रहा है। हमारा आयात लगातार बढ़ रहा है, जबकि निर्यात घटता जा रहा है।’’
एक बार फिर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Reserves) में कमी देखी जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, यह 2.7 अरब डॉलर घटकर 506.994 अरब डॉलर रह गया है।
RBI के आंकड़ों के अनुसार 24 जून को समाप्त पिछले सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) 2.734 अरब डॉलर बढ़कर 593.323 अरब डॉलर हो गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है।
आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.825 अरब डॉलर बढ़कर 533.378 अरब डॉलर हो गयी।
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट की प्रमुख वजह फॉरेन करंसी एसेट्स में आई गिरावट रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साप्ताहिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस समीक्षाधीन सप्ताह में, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में गिरावट के कारण आई है, जो कि समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है।
इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.91 अरब डॉलर बढ़कर 642.01 अरब डॉलर हो गया था। मुद्रा भंडार के आधार पर सबसे बड़े देशों में भारत का चौथा स्थान है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.30 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 10 लाख डॉलर बढ़कर 5.24 अरब डॉलर हो गया।
डॉलर में बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल है।
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