भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 31 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.02 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 369.95 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
डॉलर के मुकाबले रुपया साल के अंत तक कमजोर होकर 69 प्रति डॉलर पर आ सकता है। वैश्विक स्तर पर राजनीतिक जोखिमों और अमेरिकी डॉलर की मजबूती से रुपया कमजोर पड़ेगा।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 24 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 6.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 362.792 अरब डॉलर रिकॉर्ड किया गया। यह 24,256.3 अरब रुपए के बराबर है।
भारत का विदेशी पूंजी भंडार 27 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 78.27 करोड़ डॉलर बढ़कर 361.557 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। यह 24,642.3 अरब रुपए के बराबर है।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 20 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 93.24 करोड़ डॉलर बढ़कर 360.77 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह राशि 24,549.5 अरब रुपए के बराबर है।
देश के स्वर्ण भंडार में बहुत अधिक कमी आने की वजह से सात जनवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी पूंजी भंडार में 1.14 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है
विदेशी मुद्रा भंडार 16 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 2.380 अरब डॉलर घटकर 360.606 अरब डॉलर रह गया। मई के बाद फॉरेक्स रिजर्व का यह सबसे निम्न स्तर है।
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 1 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 367.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है। नौ सितंबर को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार 3.513 अरब डॉलर बढ़कर 371.279 अरब डॉलर हो गया, जो अब तक का उच्च स्तर है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 26 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 39.26 करोड़ डॉलर की मामूली गिरावट के साथ 366.77 अरब डॉलर रह गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 15 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.407 अरब डॉलर बढ़कर 363.351 अरब डॉलर हो गया।
देश का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 17 जून को समाप्त सप्ताह के दौरान 59.21 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी के बाद 363.8 अरब डॉलर के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले सप्ताह रिकॉर्ड स्तर को छूने के बाद 10 जून को समाप्त सप्ताह में 23.1 करोड़ डॉलर घटकर 363.23 अरब डॉलर रह गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार तीन जून को समाप्त सप्ताह में 3.27 अरब डॉलर बढ़कर 363.46 अरब डॉलर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया।
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