भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार, 11 अक्टूबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, 4 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.51 अरब डॉलर घटकर 612.64 अरब डॉलर रह गईं।
20 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.84 अरब डॉलर बढ़कर 692.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 13 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में 22.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 689.46 अरब डॉलर के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया।
इससे पिछले हफ्ते (30 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में) विदेशी मुद्रा भंडार 2.29 अरब डॉलर के उछाल के साथ 683.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया था, जो उस हफ्ते तक का ऑल टाइम हाई था।
इससे पिछले हफ्ते यानी 23 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 7.023 अरब डॉलर की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जिसके बाद ये बढ़कर 681.688 अरब डॉलर हो गया था।
8 दिसंबर को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.08 अरब डॉलर बढ़कर 536.69 अरब डॉलर हो गई।
Indian Foreign Reserve: भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही थी। अब उसपर ब्रेक लग गया है। पिछले सप्ताह के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.30 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 10 लाख डॉलर बढ़कर 5.24 अरब डॉलर हो गया।
डॉलर में बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल है।
आरबीआई द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों में दर्शाया गया है कि दस सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी मुख्य तौर पर विदेशीमुद्रा आस्तियों (एफसीए) के घटने की वजह से हुई है जो कुल मुद्राभंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
RBI ने इससे पहले बुधवार को कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 23 अगस्त, 2021 को भारत को SDR 12.57 बिलियन (नवीनतम विनिमय दर पर लगभग 17.86 बिलियन अमरीकी डालर के बराबर) का आवंटन किया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 30 लाख अमेरिकी डॉलर घटकर 1.541 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।
कोरोना वायरस के घटते मामलों के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आंकड़े जारी किए है। यह आंकड़े भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर है जिन्होनें रिकार्ड बना दिया है।
विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 29 जनवरी 2021 को 590.185 अरब डालर की सर्वकालिक ऊंचाई पर था। वहीं जून 2020 से 500 अरब डॉलर के ऊपर बना हुआ है।
देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 17.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 35.421 अरब डॉलर हो गया।
कोरोनावायरस की वजह से यूएस डॉलर इंडेक्स में थोड़ी वृद्धि और प्रमुख देशों के बांड मूल्य में इजाफा होने की वजह से चीन के मुद्रा भंडार में यह गिरावट आई है।
आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 14 फरवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार भी 34.4 करोड़ डॉल्र की वृद्धि के साथ 29.123 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
आरबीआई ने बताया कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 11 करोड़ डॉलर बढ़कर 26.968 अरब डॉलर हो गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नवें सप्ताह बढ़ता हुआ 22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 34.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर बढ़करक 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार एक अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़ कर 434.60 अरब डॉलर की नयी ऊंचाई पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति की द्वैमासिक समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा कि एक अक्टूबर को विदेशी विनिमय भंडार ने ऊंचाई का नया रिकार्ड कायम किया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है और यह 400 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के स्तर पर बना हुआ है।
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