सोने का भंडार बढ़ाने की रिजर्व बैंक की जारी कोशिशों के बीच देश का स्वर्ण भंडार 1.33 अरब डॉलर बढ़ा और 59.99 अरब डॉलर दर्ज किया गया। एसडीआर 9.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.21 अरब डॉलर रहा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 मई को समाप्त सप्ताह में 2.03 अरब डॉलर घटकर 646.67 अरब डॉलर रहा।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से आरबीआई को रुपये के अस्थिर होने पर उसे स्थिर करने के लिए अधिक गुंजाइश मिलती है। विदेशी मुद्रा भंडार पर अच्छी खबर फरवरी में निर्यात के 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने और व्यापार घाटे में गिरावट के कारण भी आई है।
पिछले साल वैश्विक घटनाक्रम से पैदा हुए दबाव के बीच आरबीआई ने रुपये की विनिमय दर में गिरावट को रोकने के लिए इस पूंजी भंडार का उपयोग किया था जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई थी।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 12 मई को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.55 अरब डॉलर बढ़कर 599.52 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
वैश्विक मानक माने जाने वाला ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 1.32 प्रतिशत बढ़कर 72.01 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
ऐसी आशंका है कि ये आंकड़े निराशाजनक हो सकते हैं और इससे मुद्रा की तेजी पर अंकुश लग सकता है।
फ्यूचर कारोबार में ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत गिरकर 63.92 डॉलर प्रति बैरल रहा।
मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार में 1131.12 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नवें सप्ताह बढ़ता हुआ 22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 34.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर बढ़करक 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
फॉरेक्स ट्रेडर्स ने बताया कि कमजोर औद्योगिक उत्पादन और कमजोर वैश्विक कारणों से बुधवार को फॉरेक्स मार्केट में भी कमजोरी का दौर हावी रहा।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी निधियों की धननिकासी, कच्चेतेल के बढ़ते मूल्य और घरेलू शेयरों में बिकवाली बढ़ने से रुपए का लाभ सीमित हो गया।
फॉरेक्स डीलर्स ने कहा कि विदेशी फंड के सतत निर्वाह और घरेलू शेयरों में भारी खरीदारी से रुपए को बल मिला, हालांकि अमेरिका डॉलर के मजबूत होने और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि ने इसे सीमित कर दिया।
ब्रेंट क्रूड भी आज 0.26 प्रतिशत कमजोरी के साथ 60.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।
आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने तथा विदेशी निवेशकों की सतत लिवाली से बुधवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार के शुरुआती कारोबार में रुपया 43 पैसे कमजोर होकर 74.11 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
आयातकों की डॉलर मांग निकलने से बुधवार को कारोबार के शुरुआती दौर में डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे कमजोर पड़कर 64.35 रुपए प्रति डॉलर रह गया।
हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 7 पैसा कमजोर होकर 64.65 पर खुला है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसा कमजोर होकर 64.72 पर खुला है।
गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसा मजबूत होकर 64.46 पर खुला है।
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