भारत से किसी अन्य देश को पैसा भेजने के साथ विदेश यात्रा पैकेज खरीदने पर टीसीएस पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया था।
Foreign Exchange Reserves: भारत में इन दिनों बहुत कुछ ठीक चल रहा है। महंगाई कंट्रोल में है, ब्याज दरें नहीं बढ़ रही है, विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
Foreign Investors: मोदी सरकार का डंका एक बार फिर पूरी दुनिया में बज रहा है। विदेशी निवेशकों को पीएम मोदी के दोबारा कार्यकाल में वापस लौटने की उम्मीद है।
Foriegn Reserve of India: पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास काफी अधिक विदेशी मुद्रा भंडार है। आइए जानते हैं कि आंकड़े क्या कहते हैं? फिलहाल पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति काफी खराब है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार का मूल्य सप्ताह में 49.4 करोड़ डॉलर घटकर 45.657 अरब डॉलर रह गया।
आपको बता दें कि अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशीमुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भरोसा जताया कि 2030 तक 2000 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा।
परंपरागत रूप से पंचवर्षीय विदेश व्यापार नीति की घोषणा की जाती रही है लेकिन इस हालिया नीति की कोई समाप्ति तिथि नहीं है और इसे जरूरत के मुताबिक अपडेट किया जाता रहेगा।
विदेश यात्रा करने वाले लोग फ्लाइट और होटल की बुकिंग जरूर करते हैं। इसे कम कीमत में डिस्काउंट पर लेने के लिए 5 क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं। अगर आप भी इन गर्मियों की छुट्टी में विदेश यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन 5 क्रेडिट कार्ड में से किसी एक को लेना ना भूलें।
Foreign Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर बड़ी खबर आई है। आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। आइए पूरी खबर जानते हैं।
सरकार ने आम बजट में अगले वित्त वर्ष से विदेशी टूर पैकेज पर स्रोत पर कर संग्रह (टीसीएस) की दर मौजूदा पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
पाकिस्तान का हाल बुरा है। बढ़ती महंगाई और भुखमरी का शिकार इस समय पुरा देश है। साथ में देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी खाली हो रहा है।
यूपी में विकास की रफ्तार तेज हो चुकी है। कई विदेशी कंपनियां अब यूपी के अलग-अलग सेक्टर में निवेश करने का ऐलान कर रही हैं। इससे आने वाले समय में राज्य में लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
भारतीय रुपये के स्थिर होने तथा दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने की वजह से विदेशी निवेशक फिर भारत पर दांव लगा रहे हैं।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। जो 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया।
Indian Foreign Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी रहने के बीच 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया है।
American Businessman: भारत और अमेरिका के रिश्ते को लेकर हमेशा कई तरह के सवाल किए जाते हैं। हाल ही में अमेरिका के यात्रा पर गए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि 2014 के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्ते में और मजबूती आई है।
कई देश दिवालिया हो गए हैं तो कई फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में इन देशों के साथ भारत का व्यापार प्रभावित हो रहा है।
Indian Foreign Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 19 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यह जानकारी दी है।
इससे पहले अक्टूबर 2021 से जून 2022 के बीच उन्होंने भारतीय इक्विटी बाजारों में 2.46 लाख करोड़ रुपये की भारी बिक्री की थी।
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