भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3 फरवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.588 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 363.146 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
HSBC में भारतीयों द्वारा छुपा कर रखे गए धन के बारे में हुए वैश्विक खुलासे के बाद सरकार ने अब तक 16,200 करोड़ रुपए का कालाधन का पता लगाया है।
सरकार को उम्मीद है कि विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (FIPB) के स्थान पर नई व्यवस्था अगले दो महीने में अस्तित्व में आ जाएगी।
फरवरी महीने के पहले तीन दिन में FPI ने पूंजी बाजार में 2,300 करोड़ रुपए डाले हैं। FPI टैक्सेशन पर स्थिति स्पष्ट होने के बाद वे निवेश कर रहे हैं।
भारत का विदेशी पूंजी भंडार 27 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 78.27 करोड़ डॉलर बढ़कर 361.557 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। यह 24,642.3 अरब रुपए के बराबर है।
अमेरिकी संसद में H1-B वीजा से संबंधित एक नया विधेयक पेश किया गया है। इसके तहत न्यूनतम 1,30,000 डॉलर वेतन वाली नौकरियों के लिए ही ऐसा वीजा दिया जा सकता है।
बैंकों को उम्मीद है कि वित्त मंत्री जेटली वित्त वर्ष 2017-18 के बजट में क्षेत्र के कई उपायों की घोषणा करेंगे और ऋण वृद्धि को प्रोत्साहन देने के उपाय होंगे।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय पूंजी बाजार से जनवरी में अब तक 5,100 करोड़ रुपए की निकासी की है।
चीन की आर्थिक ग्रोथ को बड़ा झटका लगा है। 2016 में चीन की कुल GDP विकास दर 6.7 फीसदी दर्ज की गई है। जो कि 26 साल में सबसे कम ग्रोथ है।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
देश के स्वर्ण भंडार में बहुत अधिक कमी आने की वजह से सात जनवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी पूंजी भंडार में 1.14 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है
चीन का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले साल 2016 में 320 अरब डॉलर घटा है। इस संबंध में शनिवार को चीन के सेफ ने अपनी वेबसाइट पर आंकड़े जारी किए हैं।
विदेशी मुद्रा भंडार 30 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 62.55 करोड़ डॉलर बढ़कर 360.296 अरब डॉलर रहा। विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि का इसमें बड़ा योगदान है।
मोदी सरकार पासपोर्ट के दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए जल्द बायोमीट्रिक डिटेल्स से लैस ई-पासपोर्ट लॉन्च करने की तैयारी में है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 93.52 करोड़ डॉलर घटकर 359.671 अरब डॉलर रह गया।
विदेश मंत्रालय ने नए साल से पहले आम आदमी को बड़ा उपहार दिया है। पासपोर्ट आवेदन करने के लिए अब 15 जरूरी डॉक्युमेंट्स की जगह सिर्फ 9 ही समिट करने होंगे।
विदेशी मुद्रा भंडार 16 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 2.380 अरब डॉलर घटकर 360.606 अरब डॉलर रह गया। मई के बाद फॉरेक्स रिजर्व का यह सबसे निम्न स्तर है।
नोटबंदी का असर विदेशी मुद्रा भंडार पर भी हुआ। देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 1.431 अरब डॉलर घटकर 363.874 अरब डॉलर रह गया।
विदेश मंत्रालय की योजना है कि जिस डाकघर से आप रेवेन्यू स्टांप की खरीदारी और रजिस्ट्री करने जाते हैं अब उसी डाकघर से अपना पासपोर्ट भी बनवा सकेंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 नवंबर को सप्ताह सप्ताह में 1.542 अरब डॉलर घटकर 365.499 अरब डॉलर रह गया।
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