अमेरिका ने चीन के साथ-साथ भारत को भी उन देशों की सूची में शामिल कर दिया है जिनकी विनिमय दर नीति पर उसे शक है। यह जानकारी शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गयी है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार छह अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 50.36 करोड़ डॉलर बढ़कर अब तक के उच्चतम स्तर 424.864 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा ऐसा हफ्ता है जब विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि दर्ज की गई है।
30 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 1.828 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ अब तक के उच्च स्तर 424.361 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी पूंजी भंडार (फॉरेक्स) 23 मार्च को समाप्त सप्ताह में 1.19 अरब डॉलर बढ़कर 422.53 अरब डॉलर हो गया, जो 27,514.5 अरब रुपए के बराबर है।
दो निरंतर सप्ताह तक तेजी के बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 मार्च को समाप्त सप्ताह में 15.24 करोड़ डॉलर घटकर 421.33 अरब डॉलर रह गया जिसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में कमी आना है।
राजनीतिक दलों को 1976 के बाद मिले विदेशी चंदे की अब जांच नहीं हो सकेगी। इस संबंध में कानून में संशोधन को लोकसभा ने बिना किसी चर्चा के पारित कर दिया।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 2 मार्च को समाप्त सप्ताह में 16.78 करोड़ डॉलर बढ़कर 420.75 अरब डॉलर हो गया, जो 27,435.7 अरब रुपए के बराबर है।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 16 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 1.96 अरब डॉलर बढ़कर 421.72 अरब डॉलर हो गया, जो 26,944.0 अरब रुपए के बराबर है।
डॉलर के मुकाबले रुपये का यह स्तर करीब 3 महीने में सबसे निचला स्तर है। रुपए में आई इस गिरावट की वजह से देश को फायदा होने के साथ नुकसान भी है
देश का विदेशी पूंजी भंडार 16 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 2.15 अरब डॉलर घटकर 419.76 अरब डॉलर हो गया, जो 27,000.5 अरब रुपए के बराबर है।
स्वर्ण भंडार और मुख्य मुद्रा आस्तियों में अच्छी वृद्धि होने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो फरवरी को समाप्त सप्ताह में 4.12 अरब डॉलर बढ़कर 421.91 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
हफ्तेभर में विदेशी मुद्रा भंडार में 3 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। मार्च 2017 से लेकर 26 जनवरी 2018 तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 47.83 अरब डॉलर बढ़ा है।
12 जनवरी को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.7 अरब डॉलर बढ़कर 413.825 अरब डॉलर के नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
आज मोदी सरकार के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई, जब देश का विदेशी पूंजी भंडार इतिहास के उच्चतम शिखर पर पहुंच गया।
2017 के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में करीब 6 प्रतिशत का उछाल आया है और अब 2018 की शुरुआत भी रुपए की मजबूती के साथ हुई है
औद्योगिक क्षेत्र की ऋण मांग में एक प्रतिशत की वृद्धि की बदौलत नवंबर माह में बैंकों के गैर-खाद्य ऋण उठाव में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
22 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.53 अरब डॉलर बढ़कर 404.921 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 8 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 1.044 अरब डॉलर घटकर 400.897 अरब डॉलर हो गया, जो 25,838.8 अरब रुपए के बराबर है।
भारत का विदेशी पूंजी भंडार 1 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.2 अरब डॉलर बढ़कर 401.942 अरब डॉलर हो गया, जो 25,894.1 अरब रुपए के बराबर है।
164 सदस्यों वाले WTO का 11वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन अर्जेंटीना के शहर ब्यूनस आयर्स में 10 से 13 दिसंबर के बीच आयोजित होने वाला है
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