विदेशी मुद्रा भंडार 30 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 62.55 करोड़ डॉलर बढ़कर 360.296 अरब डॉलर रहा। विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि का इसमें बड़ा योगदान है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 93.52 करोड़ डॉलर घटकर 359.671 अरब डॉलर रह गया।
नोटबंदी का असर विदेशी मुद्रा भंडार पर भी हुआ। देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 1.431 अरब डॉलर घटकर 363.874 अरब डॉलर रह गया।
भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 नवंबर को सप्ताह सप्ताह में 1.542 अरब डॉलर घटकर 365.499 अरब डॉलर रह गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 4.343 अरब डॉलर घटकर 367.646 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया।
आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़कर 371.99 अरब डॉलर रहा है।
विदेशी मुद्रा भंडार आठ जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.228 अरब डॉलर घटकर 361.943 अरब डॉलर रह गया।
ब्रेक्जिट के के बाद मुद्रा बाजार में उथल पुथल के बीच 24 जून को समाप्त हुए सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार 3.03 अरब डॉलर घटकर 360.79 अरब डॉलर रह गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 71.16 करोड़ डॉलर घटकर 360.193 अरब डॉलर रह गया। यह गिरावट विदेशी मुद्रा आस्तियों में गिरावट आने के कारण आई है।
देश में मार्च महीने में विदेशी पर्यटकों की आवाजाही में 12 फीसदी का इजाफा हुआ। वहीं इस अवधि में विदेशी मुद्रा आमदनी में 17.8 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
आरबीआई ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार आठ अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 15.74 करोड़ डॉलर बढ़कर 359.917 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
ताजा आंकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.539 अरब डॉलर बढ़कर 355.947 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
18 मार्च को समाप्त सप्ताह में यह मुद्रा भंडार 2.544 अरब डॉलर बढ़कर 353.408 अरब डॉलर हो गया। इसका कारण प्रमुख मुद्रा आस्तियों में हुई पर्याप्त वृद्धि है।
फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट में एक संशोधन लाया जा सकता है, जिससे जांच एजेंसियां को कानून का उल्लंघन करने वालों की संपत्ति जब्त करने का अधिकार मिलेगा।
लेटेस्ट न्यूज़