विकासशील देशों का कुल विदेशी ऋण 2018 में पांच प्रतिशत से अधिक बढ़कर 7,800 अरब डॉलर पहुंच गया। इसमें मुख्य बढ़ोतरी चीन का कर्ज बढ़ने से हुई है। विश्वबैंक ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय ऋण सांख्यिकी रिपोर्ट जारी की है।
औद्योगिक क्षेत्र की ऋण मांग में एक प्रतिशत की वृद्धि की बदौलत नवंबर माह में बैंकों के गैर-खाद्य ऋण उठाव में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
देश का विदेशी कर्ज जून अंत में 3 प्रतिशत बढ़कर 485.8 अरब डॉलर हो गया है। इसका मुख्य कारण घरेलू पूंजी बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में हुई वृद्धि है।
कंपनियों ने इस साल जनवरी में बाह्य वाणिज्यिक उधारी और रुपए में बांड जारी कर विदेशी बाजारों से 1.82 अरब डॉलर जुटाए। पिछले साल जनवरी में 1.40 अरब डॉलर जुटाए।
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