आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा कि हमें यह देखना होगा कि (अमेरिकी ब्याज दरों का) स्तर कहां है। हमें यह देखना होगा कि अन्य अर्थव्यवस्थाओं के बाजार कैसे व्यवहार करते हैं।
इससे पिछले हफ्ते (30 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में) विदेशी मुद्रा भंडार 2.29 अरब डॉलर के उछाल के साथ 683.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया था, जो उस हफ्ते तक का ऑल टाइम हाई था।
ब्रोकरेज का मानना है कि इन सभी 8 शेयरों में 1.239 बिलियन डॉलर का पैसिव इनफ्लो आने की उम्मीद है। डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों में सबसे ज्यादा 192 मिलियन डॉलर का पैसिव इनफ्लो आने की उम्मीद है।
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 18 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 670.85 अरब डॉलर के ऑल टाइम हाई लेवल पर रहा था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 2 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां भी 5.16 अरब डॉलर बढ़कर 592.03 अरब डॉलर हो गईं।
देश की सॉलिड अर्थवस्वस्था और सरकारी नीतियों को ध्यान में रखते हुए विदेशी निवेशकों ने इस साल जुलाई में कुल 32,365 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। हालांकि, अगस्त के शुरुआती दो दिनों में उन्होंने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचकर पैसे निकाले हैं।
India foreign exchange reserves : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया है। स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 90.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 57.43 अरब डॉलर रहा।
India foreign exchange reserves : पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज हुई है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि उसके विदेशी मुद्रा भंडार 239 मिलियन डॉलर गिर गया। बाहरी कर्ज के पुनर्भुगतान के चलते ऐसा हुआ।
भारत के लिए 6.9 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान इस साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान से अधिक है। चीन की 2024 में वृद्धि दर 4.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जिसका जनवरी में 4.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।
Foreign Exchange Reserves : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.28 अरब डॉलर घटकर 640.33 अरब डॉलर रह गया है। वहीं, पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट आई है।
India Foreign exchange reserves : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पाकिस्तान की तुलना में 80 गुना ज्यादा बड़ा है। 5 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार ऑल टाइम हाई पर था।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार All Time High पर पहुंच गया है। रिजर्व बैंक ने 5 अप्रैल को खत्म हुए कारोबरी सप्ताह का आंकड़ा जारी किया है, जिसमें भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.98 अरब डॉलर का इजाफा देखा गया है।
सितंबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 642.45 अरब डॉलर के उच्चस्तर पर पहुंच गया था। डॉलर के संदर्भ में विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
विदेशी शिक्षा के लिए ऋण लेने वालों के लिए सात लाख रुपये की सीमा से ऊपर 0.5 प्रतिशत की कम टीसीएस दर लागू रहेगी। बजट 2023-24 में एक जुलाई से प्रभावी एलआरएस और विदेश यात्रा पैकेज पर टीसीएस दरों को पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया था।
Foreign Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का दौर जारी है। पिछले हफ्ते भी 3.16 अरब डॉलर की कमी देखी गई थी।
पिछले तीन माह के दौरान एफपीआई शेयर बाजारों में 1.36 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं।
वुल्फ ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कभी प्रतिबंधित रहे नरेन्द्र मोदी का वॉशिंगटन में गर्मजोशी से स्वागत किया। पेरिस में इमैनुएल मैक्रों ने भी भारतीय नेता को उतनी ही गर्मजोशी से गले लगाया।
भारत से किसी अन्य देश को पैसा भेजने के साथ विदेश यात्रा पैकेज खरीदने पर टीसीएस पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया था।
Foreign Exchange Reserves: भारत में इन दिनों बहुत कुछ ठीक चल रहा है। महंगाई कंट्रोल में है, ब्याज दरें नहीं बढ़ रही है, विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
Foreign Investors: मोदी सरकार का डंका एक बार फिर पूरी दुनिया में बज रहा है। विदेशी निवेशकों को पीएम मोदी के दोबारा कार्यकाल में वापस लौटने की उम्मीद है।
Foriegn Reserve of India: पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास काफी अधिक विदेशी मुद्रा भंडार है। आइए जानते हैं कि आंकड़े क्या कहते हैं? फिलहाल पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति काफी खराब है।
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