थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) अगस्त में बढ़कर 3.74 फीसदी पर पहुंच गई, जो इसका दो साल का उच्चस्तर है। इस दौरान आलू और दाल में तेजी आई।
सब्जी और खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई कमी से रिटेल महंगाई दर अगस्त में घटकर पांच महीने के न्यूनतम स्तर 5.05 फीसदी पर आ गई। जुलाई में यह 6.07 फीसदी थी
लंबे समय से घाटी में जारी तनाव के चलते बादाम के दाम एक महीने में 18 फीसदी बढ़कर 1,300 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए हैं।
सब्जियों, दालों और चीनी के दाम बढ़ने से थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर भी जुलाई माह में तेजी से बढ़ती हुई 3.55 फीसदी पर पहुंच गई।
मंडियों में आवक कम होने से सब्जियों के दाम पिछले तीन-चार महीने में 100 प्रतिशत तक चढ़ गए हैं। थोक और खुदरा बाजार में भारी अंतर हैं।
सरकार ने अगले पांच साल के लिए मुद्रास्फीति को चार फीसदी (दो फीसदी ऊपर या नीचे) के दायरे में रखने के लक्ष्य को आज अधिसूचित कर दिया।
आलू भूजिया, चिप्स, डिब्बाबंद मिठाई जैसे उत्पाद बनाने वाली बीकानेरवाला ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत बनाने के लिए आक्रमक विस्तार योजना बनाई है।
2015-16 में दलहनों का उत्पादन 4% घटकर 1.647 करोड़ टन रह गया। वहीं गेहूं की बंपर फसल के चलते देश का कुल खाद्यान्न उत्पादन मामूली बढ़कर 25.222 करोड़ टन रहा।
केंद्र सरकार ने राज्यों से दालों और खाद्य तेलों सहित सभी आवश्यक खाद्य वस्तुओं से सभी स्थानीय टैक्स समाप्त करने को कहा है।
फूड सर्विस इंडस्ट्री में परिवार के साथ खाना खाने की हिस्सेदारी 25 फीसदी है। भारत में रेस्टॉरेंट इंडस्ट्री 2021 तक बढ़कर पांच लाख करोड़ रुपए की हो जाएगी।
IRCTC आपके लिए रेडी टू ईट सर्विस शुरू करने जा रही है जिसके तहत मनपसंद खाना मिलेगा वो भी बाजार से आधे दाम पर। 32 रुपए में मिलेगी चिकन बिरयानी और मटर पनीर
ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी एचएसबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में रिटेल महंगाई दर अगले दो महीने में छह फीसदी से अधिक रहने का अनुमान लगाया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बेहतर मानसून और कृषि उत्पादन में सुधार से कीमतों का दबाव कम होगा।
FCI ने लघु अवधि के लिए 20,000 करोड़ रुपए का ऋण जुटाने के लिए अनुसूचित बैंकों से निविदा आमंत्रित की है ताकि वह खरीद की लागत को पूरा कर सके।
खाने पीने की वस्तुओं के आसमान छूते दाम के बीच मई में थोक महंगाई दर में जोरदार इजाफा हुआ है। मई में थोक महंगाई की दर बढ़कर 0.79 फीसदी पर पहुंच गई।
सब्जी और कुछ अन्य फूड आइटम के दाम बढ़ने से रिटेल महंगाई दर मई महीने में बढ़कर 5.76 फीसदी पहुंच गई। यह लगातार दूसरा महीना है जब महंगाई दर बढ़ी है।
शेयर बाजार की दिशा महंगाई दर के आंकड़े, मानसून की चाल और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक सहित प्रमुख वैश्विक घटनाक्रम इस हफ्ते निर्धारित करेंगे।
चालू वित्त वर्ष में दलहन और धान के मएसपी में बढ़ोतरी का महंगाई दर और सब्सिडी पर नाममात्र प्रभाव होगा। सीपीआई में 0.4 से 0.45 प्रतिशत तक का योगदान होगा।
घरेलू ब्रोकरेज कंपनी जेएम फाइनेंशियल के मुताबिक दो साल कमजोर मानसून रहने के कारण इन किसानों का कर्ज बढ़कर उनकी सम्पत्ति का 22 फीसदी हो गया है।
ब्रेड में पोटैशियम ब्रोमाइट और पोटैशियम आयोडेट का इस्तेमाल नुकसानदायक होने के बाद ब्रेड विनिर्माताओं ने इन रसायनों का इस्तेमाल बंद कर दिया है।
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