सरकार ने भी इस बात को समझा है कि वह जब लॉकडाउन की घोषणा करते हैं तो उन्हें क्या करना चाहिए।
रोजमर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाली एफएमसीजी मैरिको तथा कुछ अन्य पहले ही दाम बढ़ा चुकीं हैं, जबकि डाबर, पारले और पतंजलि जैसी अन्य कंपनियां स्थिति पर करीब से निगाह रखे हुये हैं।
तीन फसलों ने ग्रामीण भारत में तीन लाख करोड़ रुपए की आमदनी पहुंचाई हैं।
एचयूएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कंपनी की 2019-20 की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि स्थिति काफी उतार-चढ़ाव वाली है।
आवाजाही की अनुमति देने के लिए सरकार के हस्तक्षेप के बाद स्थिति में सुधार हुआ है।
कीमतें दो तिहाई तक हुई कम उत्पादन बढ़ा कर मांग पूरी करने की कोशिश
आईसीआईसीआई डायरेक्ट रिसर्च का मानना है कि कॉरपोरेट कर दरें घटाने से बैंकिंग और एफएमसीजी क्षेत्र को तो फायदा होगा, लेकिन आईटी और दवा कंपनियों को इससे कोई ठोस फायदा नहीं होगा क्योंकि इनके लिये कॉरपोरेट कर की प्रभावी दरें पहले से ही कम हैं।
आज गोवा में होने वाली जीएसटी काउंसिल की 37वीं महत्वपूर्ण बैठक में दरों को लेकर कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। बैठक में सभी राज्यों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस बैठक पर सभी कंपनियों की निगाहें लगी हुई हैं। ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर में छाई मंदी से निपटने के लिए काउंसिल जीएसटी दर में कमी कर सकती है।
पश्चिमी रेलवे के अहमदाबाद डिविजन ने एक नई सेवा शुरू की है, जिसमें यात्री सफर के दौरान क्रीम, पाउडर सहित उपभोग की अन्य वस्तुएं एमआरपी पर खरीद सकेंगे।
खुदरा तथा रोजमर्रा के इस्तेमाल के उपभोक्ता उत्पाद और टिकाऊ वस्तु (एफएमसीजी एंड डी) क्षेत्रों में चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में रोजगार के 2.76 लाख नये अवसर सृजित होने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया कि रिटेल क्षेत्र की तेज वृद्धि और विदेशी कंपनियों के प्रवेश से रोजगार के ये अवसर सृजित होंगे।
देश की सड़कों पर होने वाली करीब 20 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं नकली कलपुर्जों की वजह से होती है। इतना ही नहीं, बाजार में बिकने वाले करीब 30 प्रतिशत एफएमसीजी उत्पाद भी नकली होते हैं फिर भी 80 प्रतिशत ग्राहक मानते हैं कि वह असली उत्पाद इस्तेमाल कर रहे हैं।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें सिर्फ आपकी गाड़ी का ही बजट नहीं बढ़ा रही हैं बल्कि जल्दी ही ये आपके घर के बजट को भी बिगाड़ सकती हैं। रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाले तेल, साबुन, मंजन, शैंपू और अन्य उत्पादों को बनाने वाली कंपनियां कह रही हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से उनकी लागत बढ़ी है जिससे वह अपने उत्पादों की कीमतों में 4-7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले 9 दिन से चली आ रही एकतरफा तेजी पर आज ब्रेक लगा है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी हल्की नरमी के साथ बंद हुए हैं।
बाजार में आज एफएमसीजी और प्राइवेट बैंक शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी देखने को मिली है, इसके अलावा प्राइवेट बैंक शेयर और फाइनेंशियल सर्सविसेज इंडेक्स के शेयर भी मजबूती के साथ बंद हुए हैं
सेंसेक्स 610 प्वाइंट की तेजी के साथ 33917.94 के स्तर पर बंद हुआ है। निफ्टी की बात करें तो वह भी 194.55 प्वाइंट की जोरदार तेजी के साथ 10421.40 के स्तर पर बंद हुआ है
आईटीसी अब आशीर्वाद ब्रांड का विस्तार नए खंडों मसलन डेयरी में दूध और घी के अलावा मसाला, इंस्टैंट मिक्स और रेडी मील बाजार में भी उतर गई है।
रिलायंस रिटेल इस साल टॉप-250 वैश्विक रिटेल कंपनियों की श्रेणी में शामिल हो गई है। इस लिस्ट में कंपनी 189वें स्थान पर है। यह देश में उपभोक्ता व्यय में मजबूत वृद्धि की पुष्टि करता है।
रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियां चाहती हैं कि आगामी बजट ग्रामीण बाजारों पर केंद्रित हो जिससे वेतन-मजदूरी में गिरावट को रोका जा सके।
सरकार के आगामी चुनाव से पहले वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने से रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले उपभोक्ता उत्पाद (एफएमसीजी) क्षेत्र में सुधार आने की उम्मीद है।
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