केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस मॉडल की तस्वीरें साझा की हैं। इसे एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार बताया जा रहा है।
यह फ्लाइंग कार अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन के साथ हवा में उड़ सकती है। यह कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड के साथ 60 मिनट तक उड़ान भर सकती है।
कंपनी ने कहा कि इस फ्लाइंग कार को चलाने और उड़ाने के लिए यूजर्स के पास ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही साथ स्पोर्ट्स पायलट सर्टिफिकेट होना अनिवार्य होगा।
हमने साइंस फिल्मों में उड़ने वाली कारें कई बार देखी हैं। लेकिन वैज्ञानिकों ने इस फंतासी को सच कर दिखाया है।
फ्लाइंग कार का गुजरात से उत्पादन अगले साल से शुरू होगा
उड़ने वाली कार के बारे में आपने बचपन से सुना होगा। लेकिन जेनेवा में चल रहे मोटर शो में यह सपना सच हो गया है। फ्लाइंग कार बनाने वाली डच ब्रिटिश कंपनी पॉल-वी ने जेनेवा मोटर शो में अपनी पहली फ्लाइंग कार पेश की है। यहां पेश की गई कार एक वास्तविक प्रोडक्
Google के को-फाउंडर लैरी पेज की स्टार्टअप कंपनी किटी हॉक ने उड़ने वाली कार फ्लायर पेश की है, 24 अप्रैल को इस पर से पर्दा उठाया गया।
स्लोवाकिया की कंपनी उड़ने वाली कार AeroMobil को लेकर आई है। कंपनी इस कार को मोनैको के मार्की शो में 20 अप्रैल को प्रदर्शित करने जा रही है।
उड़ने वाली कार चलाने का सपना हकीकत में बदल गया है। डच कार कंपनी पैल-वी ने दुनिया की पहली कर्शियल उड़ने वाली कार की बिक्री शुरू कर दी है।
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